कनाडा में जी-7 बैठक और सिंगापुर में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक मुलाकात के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश पहुंच चुके हैं. अमेरिका की धरती पर उतरते ही राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि एक लंबी यात्रा के बाद अभी अमेरिका की धरती पर उतरा हूं, जिस दिन मैंने कार्यालय संभाला था उसकी तुलना में आज सभी लोग सुरक्षित महसूस कर रहे होंगे. उत्तर कोरिया से अब परमाणु खतरा नहीं है.
ट्रंप ने आगे लिखा कि किम जोंग उन के साथ बैठक दिलचस्प और बहुत सकारात्मक अनुभव था. उत्तरी कोरिया में भविष्य के लिए बड़ी क्षमता है. ट्रंप ने लिखा कि राष्ट्रपति पद संभालने से पहले लोगों को लग रहा था कि हम उत्तर कोरिया के साथ युद्ध के लिए जा रहे हैं. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि उत्तर कोरिया हमारे लिए खतरा है. अब ऐसा नहीं है. चैन से सोएं.
ट्रंप और किम की मुलाकात से फ्रांस हुआ अलर्ट
इस बीच ट्रंप और किम के बीच हुई ऐतिहासिक मुलाकात के बाद यूरोपीय देश फ्रांस अलर्ट हो गया है. फ्रांस के विदेश मंत्री जीन येव्स ले ड्रिन ने अमेरिकी विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि मंगलवार ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच हुई ऐतिहासिक शिखर वार्ता ‘निस्संदेह रूप से आगे की दिशा में उठाया गया एक कदम’ है लेकिन उन्होंने ट्रंप के कूटनीतिक दांव को लेकर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि केवल एक दिन के अंतराल में राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका के पुराने सहयोगी (कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन) ट्रूडो पर हमला किया एवं क्यूबेक (कनाडा) में जी 7 की बैठक के बाद सहयोगी देशों के उलट रुख अपनाया और फिर अगले दिन एक कम्युनिस्ट तानाशाही की उपज एक तानाशाह (किम) को करीब-करीब गले लगाया जबकि कुछ ही दिन पहले उन्होंने कहा था कि वह (ट्रंप) उनके (किम) पूरी तरह खिलाफ हैं. जीन येव्स ले ड्रिन ने कहा कि हम एक अस्थिर स्थिति में हैं.
मंगलवार को सिंगापुर में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात हुई. दोनों देशों के बीच हुई ये बैठक काफी सकारात्मक रही. दोनों ही नेताओं ने अमेरिका और उत्तर कोरिया की 70 साल की दुश्मनी को एक मुलाकात में खत्म कर दिया.