अमेरिका ने नई दिल्ली में अपने दूतावास की नई इमारत के निर्माण का ठेका अलाबामा की एक कंपनी को दिया है. एक आधिकारिक घोषणा में सोमवार को बताया गया कि अलाबामा की बी एल हर्बर्ट इंटरनेशनल ऑफ बर्मिंघम को इमारत के निर्माण का ठेका दिया गया है. इस इमारत की वास्तुकला का जिम्मा न्यूयॉर्क की डब्ल्यूईआईएसएस/मैनफ्रेडी कंपनी को दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये परिसर दूतावास समुदाय के लिए सुरक्षित और आधुनिक सुविधा मंच उपलब्ध कराएगा.
अभी दूतावास की नई इमारत के बारे में और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. वास्तुकार कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार 28 एकड़ में फैले दूतावास के परिसर को बहुआयामी परिसर में बदला जाएगा. भारत के वास्तुकला और लैंडस्केप को एक साथ लाने की परंपरा से प्रेरणा लेते हुए इमारत में पत्थरों, कैनोपी और गार्डन वॉल को पेश किया जाएगा जो इमारत को 21वीं सदी का रूप देंगे.
अमेरिकी वास्तुकार एडवर्ड डुरेल स्टोन द्वारा डिजाइन किये गए दूतावास के खुलने के करीब 60 साल बाद इस इमारत का कायाकल्प किया जाएगा जिसमें पर्यावरणीय प्रबंधन के जरिए अमेरिकी कूटनीति के सांकेतिक मूल्यों को दर्शाया जाएगा.