अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर के अनुरोध पर एक इमरजेंसी की घोषणा की है. अब कोरोना वायरस संकट के बीच मिशिगन में आई भीषण बाढ़ से हुई तबाही में पीड़ितों को राहत देने की कोशिश की जा रही है.
दो बांधों के फेल होने के चलते मंगलवार भीषण बाढ़ आ गई. इस बाढ़ के चलते डेट्रायट के उत्तर-पश्चिम में लगभग 120 मील (193 किमी) नदी के किनारे के कई हिस्सों में पानी भर गया और लगभग 11,000 निवासियों को विस्थापित होने के लिए मजबूर होना पड़ा.
पानी की तेज धार की चपेट में एक केमिकल प्लांट भी आ गया. दावा किया गया कि इस केमिलक प्लांट में एक कंटेनमेंट तालाब भी था जिसमें कई रसायन घुले हुए थे. इससे नीचे की ओर स्थित सुपरफंड विषैली क्लीनअप साइट ही बह गई.
कंपनी के आधिकारिक बयान में कहा गया कि तालाब में ब्राइन सॉल्यूशन से निवासियों या पर्यावरण को कोई जोखिम नहीं हुआ है. इस फैक्ट्री से कोई भी उत्पाद रिलीज नहीं हुआ.
तिताबवासी नदी में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ का पानी ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया, कई जगह कीचड़ जमा हुए तो कुछ जगह भूस्खलन जैसे हालात भी पैदा हुए. इस तबाही में किसी के मरने की कोई खबर सामने नहीं आई है.
व्हिटमर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. हमने ऐसा कभी नहीं देखा. जो भी नुकसान हुआ है, वह पहले कभी नहीं हुआ. डैम बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.
अमेरिका में कोरोना वायरस ने भीषण तबाही मचा दी है. अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 16,20,902 हो गए हैं. अब तक 96,354 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 3,82,169 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं.