विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का आज अंतिम दिन था। नेता प्रतिपक्ष के बाद नेता सदन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चर्चा का जवाब देना था। नेता प्रतिपक्ष का भाषण होने की वजह से मुख्यमंत्री भी सदन में मौजूद थे।
लगभग आधा घंटा तक बोलने के बाद 3.25 बजे राम गोविंद चौधरी की तबियत अचानक बिगड़ने लगी। उनके चेहरे पर पसीना आ गया। पहले धारा प्रवाह बोल रहे चौधरी रुक-रुककर बोलने लगे।
असहज महसूस कर रहे चौधरी अपनी सीट पर बैठकर भाषण देने लगे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि आप भाषण कर लें और जो कागज पढ़ रहे हैं उसे हमें दे दें, हम जवाब में उसे शामिल कर लेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के चेहरे पर पसीना आ रहा है। पसीना आना ठीक नहीं है। इसे गंभीरता से लें। इसके बाद सपा के कई सदस्य चौधरी की सीट पर पहुंच गए और उन्हें वहां से लॉबी में ले गए।
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह तत्काल डॉक्टरों की टीम के साथ लॉबी में पहुंच गए। डॉक्टरों ने उनकी जांच शुरू कर दी। अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना को भी चौधरी की निगरानी के लिए लॉबी में भेजा।
इसी बीच अभिभाषण पर चर्चा जारी रखने की बात भी कही गई और सपा के संजय गर्ग का नाम भी पुकार लिया गया लेकिन कई सदस्यों ने कहा कि चूंकि नेता प्रतिपक्ष की तबियत ठीक नहीं है इसलिए सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी जाए।
3.30 बजे अध्यक्ष ने कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन स्थगित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, मंत्री, सत्ता पक्ष व विपक्ष के सदस्य चौधरी का हालचाल जानने लॉबी में पंहुचे। विधानसभा में मौजूद डॉक्टरों द्वारा परीक्षण के बाद चौधरी को सिविल अस्पताल ले जाया गया।
उधर, बारी-बारी से 4.30 बजे तक सदन का स्थगन बढ़ाया गया। 4.30 बजे कार्यवाही शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को बताया कि नेता प्रतिपक्ष के अस्वस्थ होने केकारण सदन की कार्यवाही स्थगित की गई।
स्वास्थ्य मंत्री की डॉक्टरों से बात हुई है। स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया है कि चौधरी फिलहाल ठीक हैं। यह खुशी की बात है कि जांच में किसी प्रकार की गंभीर बात सामने नहीं आई है। इस पर पूरे सदन ने मेजें थप-थपाकर प्रसन्नता व्यक्त की।