राशन कार्ड धारकों के लिए बेहद जरूरी खबर है। आपकी राशन की दुकान में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। प्रदेश में एक अप्रैल से राशन का आवंटन ऑनलाइन किया जाएगा। किस राशन डीलर को कितना गेहूं-चावल आवंटित किया जाना है, इसका आदेश आरएफसी कार्यालय से ऑनलाइन निर्गत किया जाएगा। इसके लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के सभी गोदामों को कंप्यूटरीकृत किया जा रहा है।राशन की दुकानों पर प्वाइंट ऑफ सेल मशीन लगाई जा रही है। इस स्थिति में विभाग को एक क्लिक पर यह जानकारी उपलब्ध होगी कि किस राशन डीलर को कितना अनाज आवंटित किया गया और उसने कार्डधारकों को कितना राशन बांटा।
प्रदेश में राशन की लगभग 9200 दुकानें हैं। इन दुकानों को चावल-गेहूं का आवंटन राशन कार्ड की संख्या के आधार पर जिले के गोदाम से किया जाता है। वर्तमान में राशन आवंटन की इस प्रक्रिया के तहत जिला पूर्ति अधिकारी अपने जिले के मासिक कोटे की जानकारी संभागीय खाद्य अधिकारी (आरएफसी) को देते हैं।
आरएफसी जिला स्तरीय गोदामों से डीलरों का कोटा जारी करने का निर्देश देते हैं। अब यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जिला पूर्ति अधिकारी अपने जिले के मासिक आवंटन की जानकारी आरएफसी को ऑनलाइन देंगे। आरएफसी सभी गोदाम प्रभारियों को राशन आवंटित करने का निर्देश भी ऑनलाइन ही जारी करेंगे।
इसके लिए प्रदेश में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सभी गोदामों में कंप्यूटर लगाया जा रहा है। प्रदेश में राशन की दुकानों को भी ऑनलाइन किया जा रहा है । प्रदेश सरकार राशन की दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के रूप में विकसित करने को मंजूरी पहले ही दे चुकी है।
ऐसी स्थिति में विभाग के पास यह आंकड़ा ऑनलाइन उपलब्ध होगा कि किस राशन डीलर को कितना चावल-गेहूं आवंटित किया और उसने कितना कार्डधारकों को वितरित किया। इससे राशन की कालाबाजारी पर लगाम लगने की संभावना है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभाग के सभी गोदामों में कंप्यूटर लगा दिए जाएं। अगर कही कनेक्टिविटी की समस्या हो तो उसे दूर किया जाए।