केंद्र की मोदी सरकार ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए ऑटिज्म, मानसिक बीमारियों, बौद्धिक दिव्यांगों और तेजाब हमले के पीड़ित लोगों को भी अब केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण देने का निर्णय लिया है .इसके तहत ऑटिज्म, मानसिक बीमारियों, बौद्धिक दिव्यांगों और तेजाब हमले के पीड़ित लोगों को अब चार प्रतिशत आरक्षण मिलेगा.पहले यह तीन प्रतिशत था.
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार सीधी भर्ती के मामले में सरकारी नौकरियों के समूह ए, बी और सी में दिव्यांगों को चार फीसदी आरक्षण प्रदान किया जाएगा . कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने केंद्र सरकार के सभी विभागों को चिट्ठी लिखकर यह सुनिश्चित करने को कहा है.
मिली जानकारी के अनुसार पहली श्रेणी में नेत्रहीन एवं कमजोर दृष्टि विकार वालों, दूसरी श्रेणी में बधिर और कम सुन पाने वालों को,जबकि तीसरी श्रेणी में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को शामिल किया गया है. कार्मिक मंत्रालय ने जो चौथी श्रेणी बनाई है, उसमें ऑटिज्म, बौद्धिक दिव्यांगता, सीखने में विशेष अक्षमता, मानसिक बीमारी शामिल है.शारीरिक दिव्यांगता के साथ जो नई किस्में जोड़ी गई हैं, उनमें तेजाब हमले के शिकार लोग, ठीक हो चुके कुष्ठ रोगी, सेरेब्रल पाल्सी के शिकार, क्षतिग्रस्त मांसपेशियों से ग्रस्त को शामिल किया गया है.