बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अभिषेक बनर्जी को सीबीआई के समन भेजे जाने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की. लेकिन उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी और विनय मिश्रा के संबंध रहे हैं. दोनों लोग साथ में विदेश भी घुमते रहे हैं. ये तो होना ही है. नोटिस की टाइमिंग के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सीबीआई स्वतंत्र एजेंसी है.
उसकी पूछताछ और जांच के बारे में हम कुछ नहीं बोल सकते हैं. जब तक साक्ष्य नहीं होंगे तो सीबीआई कैसे पूछताछ करेगी. यानी पुख्ता सबूत हैं इसलिए सीबीआई जांच कर रही है.
बता दें कि सीबीआई पहले से ही अभिषेक बनर्जी के कई करीबियों के खिलाफ छापेमारी कर रही है. 31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में तृणमूल यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. यह रेड मवेशी तस्करी घोटाले को लेकर की गई थी. विनय मिश्रा को अभिषेक बनर्जी का करीबी माना जाता है. सीबीआई की टीम 31 दिसबंर को कोलकाता में विनय मिश्रा के ठिकानों पर पहुंची, और दो ठिकानों पर मवेशी घोटाले और एक जगह पर कोयला चोरी मामले में रेड मारी गई.
सीबीआई ने कोयला तस्करी के मामले में 28 नवंबर 2020 को भी तीन राज्यों में 40 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की थी, इसमें पश्चिम बंगाल भी शामिल था. उस दौरान सीबीआई ने जिन स्थानों पर छापेमारी की उनमें अनूप मांझी का परिसर भी शामिल था, जो इस मामले के संबंध में एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. बंगाल में कोलकाता के अलावा, आसनसोल, दुर्गापुर और रानीगंज, बर्दवान और 24 परगना में भी तलाशी ली गई थी.
अनूप माझी उर्फ लाला पर बंगाल और झारखंड की सीमा पर कोयले की तस्करी में शामिल रहने के आरोप हैं. आरोप लगाया जाता है कि माझी के बंगाल में मजबूत राजनीतिक संबंध हैं और उनकी संपत्ति करोड़ों में है.