New Delhi: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की संसदीय सीट पर उनकी पत्नी कुलसुम नवाज या उनकी बेटी मरयम चुनाव लड़ सकती हैं।गुजरात राज्यसभा चुनाव: बीजेपी के बागी विधायक ने दिलाई अहमद पटेल को जीत, शाह-ईरानी भी जीते
पिछले माह सुप्रीम कोर्ट द्वारा पनामा गेट मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण शरीफ को न सिर्फ प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी बल्कि नेशनल असेंबली की उनकी सदस्यता भी चली गई।
सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक पदाधिकारी के हवाले से डॉन अखबार ने खबर दी है कि पार्टी में अब तक हुए विचार-विमर्श में शरीफ की सीट से चुनाव लड़ने के लिए कुलसुम और मरियम के नाम ही सबसे आगे हैं। वैसे इस संबंध में अंतिम निर्णय शरीफ को ही लेना है।
पिछले चुनाव में शरीफ नेशनल असेंबली की लाहौर सीट से जीते थे। प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद शरीफ ने पहले अपने भाई और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ को उत्तराधिकारी बनाने के संकेत दिए थे।
लिहाजा माना जा रहा था कि नेशनल असेंबली का सदस्य बनने के लिए 17 सितंबर को लाहौर सीट पर होने वाले उपचुनाव में शाहबाज ही पीएमएल-एन के उम्मीदवार हो सकते हैं।
लेकिन बाद में शरीफ के उत्तराधिकारी के रूप में शाहबाज का नाम वापस ले लिया गया। दरअसल, पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने चिंता जताई थी कि शाहबाज के पंजाब छोड़ने से सूबे की अहम परियोजनाओं की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है।
कुलसुम और उनकी बेटी मरियम ने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है। लेकिन वर्ष 1999 में जब सेना ने तख्तापलट कर शरीफ को जेल में डाल दिया था तो उनकी रिहाई के लिए पार्टी के आंदोलन की कमान कुलसुम ने ही संभाली थी।