अब थानों के पुलिसकर्मियों को परिसर की सफाई के लिए 100 रुपये शुल्क जमा करना होगा। एसएसपी के निर्देश पर एएसपी पूर्वी ने मंगलवार को फरमान सुनाया। उधर, सोशल मीडिया पर एएसपी का पत्र वायरल होते ही डीजीपी ने मामले का संज्ञान लिया। इसके साथ ही लखनऊ पुलिस के अधिकारियों को फटकार लगाई। डीजीपी का निर्देश मिलते ही लखनऊ पुलिस ने अपना फरमान वापस लेते हुए संशोधित आदेश जारी किया।
फरमान में इनको छूट
संशोधित आदेश में कहा गया है कि अब उन पुलिसकर्मियों से शुल्क जमा करना होगा, जो आवास का लाभ उठा रहे हैं। नए निर्देश के तहत बैरक अथवा कहीं अन्य कमरा लेकर रहने वाले सिपाहियों को इस शुल्क से मुक्त कर दिया गया है। लखनऊ पुलिस के इस आदेश को सोशल मीडिया पर लोगों ने ट्रोल भी किया। एएसपी पूर्वी के मुताबिक, उन पुलिसकर्मियों को भी शुल्क देना होगा जो दूसरे जिले में काम कर रहे हैं, लेकिन उनका परिवार यहां थाना परिसर के आवास में रह रहा है। उन्होंने बताया कि सफाई फंड पूर्व निर्धारित है और पुलिसकर्मी इसे जमा भी करते हैं।
क्या था आदेश ?
एएसपी ने आदेश पत्र में लिखा था कि सभी थानों पर सफाई फंड रजिस्टर बनाया जाए। रुपयों के अभाव में थानों में सफाई कार्य उचित ढंग से नहीं हो पाता है। ऐसे में तत्काल फंड रजिस्टर बनाकर संबंधित को बुधवार सुबह मेरे दफ्तर में भेजा है।