गूगल ने अभी अभी अपने एंड्रॉयड फोन यूजर्स के लिए कॉलर ID ट्रैकिंग और स्पैम कॉल्स से प्रोटेक्शन का एक नया फीचर शुरू किया है। यह नया फीचर इस्तेमाल करने के लिए यूजर को कोई नई ऐप अपने फोन में इंस्टॉल नहीं करनी पड़ेगी बल्कि एंड्रॉयड फोन की डिफॉल्ट फोन कॉल ऐप खुद ही आपको ट्रूकॉलर की तरह कॉल ID की जानकारी दे देगी। यही नहीं गूगल के इस नए फीचर द्वारा यूजर को यह भी पता चल सकेगा कि कौन सी कॉल्स स्पैम कॉल है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्पैम कॉल्स और नोटिफिकेशन कर सकते हैं ब्लॉक
गूगल ने अपनी ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि अब यूजर अपने फोन की कॉल या वायस मेल हिस्ट्री में से भी लोगों की कॉलर ID जान सकेंगे और यह भी पता कर सकेंगे कि उनमें से कोई स्पैम कॉल तो नहीं थी। अगर यूजर चाहें तो उनमें से किसी भी नंबर से आने वाली इस टाइप की कॉल्स डिलीट हो सकती हैं साथ ही आगे के लिए ब्लॉक भी हो सकती हैं। अगर यूजर स्पैम कॉल्स को ब्लॉक कर देगा तो उसे उन नंबरों से आने वाले किसी भी तरह के नोटिफिकेशन और एलर्ट भी उसे परेशान नहीं करेंगे। हालांकि Google ने कहा कि उसकी फोन ऐप पर कॉलर ID का फीचर इस्तेमाल करने के लिए यूजर के फोन को अपनी कॉल्स के बारे में गूगल को इंफॉर्मेशन सेंड करनी पड़ेगी।
एंड्रॉयड वर्जन 6 के यूजर्स को मिलेगी सुविधा
गूगल के मुताबिक यूं तो उसकी फोन ऐप में कॉलर ID और स्पैम प्रोटेक्शन फीचर डिफॉल्ट तौर पर एक्टिव रहेगा लेकिन यूजर्स के पास यह ऑप्शन होगा कि वह चाहे तो इसे ऑन या ऑफ कर सकते हैं। फिलहाल स्मार्टफोन यूजर्स को एंड्रॉयड वर्जन 6 या उसके अपर वर्जन में ही कॉलर ID और स्पैम प्रोटेक्शन का फीचर मिलेगा। यूजर अगर चाहे तो फोन ऐप की सेटिंग्स में जाकर इन फीचर्स को एक्टिवेट या डीएक्टिवेट कर सकते हैं।
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