Seoul: अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं का उत्तर कोरिया पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। तानाशाह किम जोंग उन अब अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) के परीक्षण की तैयारी में जुटा है। प्योंगयांग ICBM को पश्चिम सीमा (अमेरिका व जापान) की ओर ले जा रहा है। उसके इस कदम से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव चरम पर पहुंचने की आशंका गहरा गई है।योगी आदित्यनाथ की कुल संपत्ति जानकर उड़ जायेगे आपके होश, रिवाल्वर और राइफल की भी…
उत्तर कोरिया ने रविवार को शक्तिशाली हाइड्रोजन बम का परीक्षण करने का दावा किया था। दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने उत्तर कोरिया की ओर से और उकसावे वाली कार्रवाई का अंदेशा जताया है। ICBM का स्थान परिवर्तन उसी का हिस्सा हो सकता है।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरियाई राजदूत हान ते सोन्ग ने कहा कि अमेरिका जब तक उकसावों पर विश्वास करेगा और उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा, तब तक उसे ऐसे और गिफ्ट पैकेज मिलते रहेंगे।
निगरानी से बचने की कोशिश : रिपोर्ट के मुताबिक, निगरानी से बचने के लिए इस प्रक्रिया को रात में अंजाम दिया जा रहा है। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को ही प्योंगयांग द्वारा किसी भी समय ICBM के परीक्षण की आशंका जताई थी। विश्लेषकों का मानना है कि उत्तर कोरिया अपने स्थापना दिवस के मौके पर नौ सितंबर को ऐसा कर सकता है।
दक्षिण कोरियाई नौसेना ने किया अभ्यास : कोरियाई प्रायद्वीप में ब़़ढते तनाव के बीच दक्षिण कोरिया की नौसेना ने मंगलवार को अभ्यास किया। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि यह अभ्यास समुद्री क्षेत्र में उत्तर कोरिया के उकसावे को लेकर तैयारी के मद्देनजर किया गया।
साथ ही इसके जरिए दुश्मन को दंडित करने की क्षमता का जायजा भी लिया गया।’ प्योंगयांग के रवैये को देखते हुए दक्षिण कोरिया ने अमेरिका से प्रायद्वीप में और ल़़डाकू व बमवर्षक विमान तैनात करने का आग्रह किया है। इस बीच, ट्रंप ने फोन से जर्मनी, दक्षिण कोरिया और जापान के शीर्ष नेताओं से बात की है।