अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने‘‘ कुछ सीमित परिस्थितियों’’ को छोड़कर सेना में ट्रांसजेंडरों की भर्ती पर प्रतिबंध का शनिवार (24 मार्च) को आदेश जारी किया. पिछले साल ट्रंप के इस विवादित प्रस्ताव का एलजीबीटी अधिकार समूहों ने जबर्दस्त विरोध किया था. अपने प्रेसीडेंशियल मेमोरेंडम में ट्रंप ने कहा कि जिन ट्रांसजेंडर लोगों का लैंगिक डिस्फोरिया का इतिहास रहा है और जिन्हें पर्याप्त इलाज की जरुरत है उन्हें ‘‘कुछ सीमित परिस्थितियों को छोड़कर सेना में सेवा से अयोग्य ठहराया जाता है.’’ट्रंप ने पिछले साल लगाया था प्रतिबंध
मेमो में संभावित छूट के बारे में नहीं बताया गया है, लेकिन साथ ही कहा गया है कि रक्षा और होमलैंड सुरक्षा मंत्री ‘‘ट्रांसजेंडर द्वारा सेना में सेवा देने से संबंधित उचित नीतियों को लागू करने में अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं.’’ उन्होंने सेना में पहले से काम कर रहे ट्रांसजेंडरों को अपनी सेवाएं जारी रखने की अनुमति दे दी. ट्रंप ने पिछले साल अगस्त में सशस्त्र बलों में ट्रांसजेंडर लोगों की भर्ती पर रोक से संबद्ध एक मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर किया था, लेकिन ट्रांसजेंडर सैनिक इस मामले को अदालत में ले गये, जिसके दो महीने बाद ही अदालत ने इस आदेश पर रोक लगा दी.
रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के नेतृत्व में बनी रणनीति
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा कि ट्रंप ने इस नई नीति को लागू करने के लिए अपनी पहले की नीति को रद्द कर दिया. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के मार्गदर्शन में वरिष्ठ सैन्य एवं असैन्य अधिकारियों द्वारा किये गये व्यापक अध्ययन के तहत नयी नीति तैयार की गयी है.