हर कोई अपने भाग्य के बारे में जानना चाहता है. इसलिए ज्योतिष में लोग आंख बंद करके भी विश्वास कर लेते हैं. ऐसे में किसी व्यक्ति का भाग्य कैसा है और आने वाले समय में उसका भाग्य किस दिशा में सफलता दिलाएगा यह हथेली में बनी भाग्य रेखा के आधार पर तय होता है और वह व्यक्ति के बारे में सब बता देती है.
ऐसे में भाग्य रेखा के आकार से यह जाना जा सकता है कि वह व्यापार करेगा या नौकरी. तो आइए आज हम आपको भाग्य रेखा के बारे में बताते हैं.
कहा जाता है ऐसी रेखा जो मणिबंध से आरंभ होकर सीधे शनि पर्वत पर जाकर मिलती है उसे भाग्य रेखा कहा जाता है और अगर यह भाग्य रेखा मणिबंध से आरंभ होकर मध्यमा अंगुली के नीचे बने शनि पर्वत तक जा मिले तो यह बहुत ही शुभ होती है.
इसी के साथ अगर भाग्यरेखा मणिबंध से शुरू होकर बिना कटे हुए एकदम सीधे शनि पर्वत पर जाकर मिलती हो तो व्यक्ति का जीवन सुख और ऐशोआराम के साथ बीतता है.
इसी के साथ ऐसा कहते हैं कि यह रेखा शनि पर्वत पर पहुंचकर दो भागो में बंट जाए तो और एक हिस्सा गुरु पर्वत पर जाकर मिले तो उस व्यक्ति को मान-सम्मान और उच्च पद मिल जाता है.
वहीं भाग्य रेखा जितनी गहरी और लंबी होती है उस व्यक्ति का भाग्य उतना ही शानदार होता है. इसी के साथ कहा जाता है कि हथेली पर अगर भाग्य रेखा के साथ शनि पर्वत उठा हुआ हो तो व्यक्ति के पास धन-दौलत की कोई कमी नहीं हो पाती है.