74वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से कहा कि इतनी आपदा के बाद भी सीमा पर देश के सामर्थ्य को चुनौती देने की गंदी कोशिश हुई है. लेकिन LoC से लेकर LAC तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने भी आंख उठाई, देश की सेना ने हमारे वीर जवानों ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है.
भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश एक जोश से भरा हुआ है. संकल्पों से प्रेरित है और सामर्थ्य पर अटूट श्रद्धा से आगे बढ़ रहा है. इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है ये लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है.
पीएम ने कहा कि मैं आज मातृभूमि पर न्योछावर उन सभी वीर जवानों को आदरपूर्वक नमन करता हूं. आतंकवाद हो या विस्तारवाद भारत आज इसका डटकर मुकाबला कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भारत के जितने प्रयास शांति और सौहार्द के लिए हैं, उतनी ही प्रतिबद्धता अपनी सुरक्षा के लिए, अपनी सेना को मजबूत करने की है. उन्होंने कहा कि भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भी पूरी क्षमता से जुट गया है. देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है.
पीएम ने कहा कि हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज़ गति से विस्तार हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है. इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है. वर्ष 2022, हमारी आजादी के 75 वर्ष का पर्व, अब बस आ ही गया है. उन्होंने कहा कि हमारी Policies, हमारे Process, हमारे Products, सब कुछ सर्वश्रेष्ठ होने चाहिए, तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर टिप्पणी करते हुए रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल शंकर प्रसाद (रि) ने कहा कि पीएम ने LAC और LoC का जिक्र कर चीन और पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है और कहा है कि अगर कोई हमारी ओर आंख उठाकर देखेगा तो इसकी कीमत उन्हें चुकानी पडे़गी.
रक्षा विशेषज्ञ शंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम ने पड़ोसी देशों को लेकर भी अपनी नीति स्पष्ट कर दी है, जिन देशों से हमारे मत मिलते हैं उनसे अच्छे संबंध रखने में हमें गुरेज नहीं है.
शंकर प्रसाद के मुताबिक पीएम मोदी ने रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को लेकर खासा जोर दिया है. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में भारत ने अपने जरूरत के रक्षा सामानों को खुद बनाने का फैसला किया है.
देश के सभी गांवों में फाइबर ऑप्टिक्स बिछाने के फैसले का रक्षा विशेषज्ञ शंकर प्रसाद ने स्वागत किया और कहा कि इसका फायदा सीमा पर स्थित गांवों को भी मिलेगा. इसके अलावा पीएम बॉर्डर एरिया में बुनियादी सुविधाएं जैसे कि सड़क, मोबाइट नेटवर्क और बिजली के विस्तार पर भी जोर दिया.
रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल शंकर प्रसाद (रि) ने एनसीसी पर जोर दिया और उन्हें ज्यादा जिम्मेदारियां देने पर जोर दिया है. इससे देश की रक्षा में एनसीसी की भागीदारी बढ़ेगी.
नेवी और एयरफोर्स में महिलाओं को युद्ध के मोर्चे पर तैनात करने की घोषणा को शंकर प्रसाद ने अहम फैसला बताया. उन्होंने कहा कि आर्मी में अभी महिला सैनिक कॉम्बैट रोल में नहीं आई हैं, लेकिन असम राइफल्स की महिला सैनिक जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं. उन्होंने कहा कि पीएम ने संदेश दिया है कि महिलाओं को भविष्य में कॉम्बैट रोल भी मिलेगा.
रक्षा विशेषज्ञ शंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम 80 से 90 फीसदी भाषण विकास, स्वास्थ्य और कोरोना पर केंद्रित था लेकिन पीएम ने संतुलित तरीके से चीन और पाकिस्तान को संदेश दे दिया कि ये दोनों देश चौकन्ने हो जाएं, लद्दाख में हमने करके दिखा दिया है और अगर धृष्टता करने की कोशिश की गई तो भारत और भी ताकतवर तरीके से दुश्मनों का जवाब देगा.