नई दिल्ली। फलों का राजा कहे जाने वाले आम का इंतजार गर्मी के सीजन में सभी को रहता है। वहीं भारत देश में लगभग आम की 1000 प्रजातियां हैं। जिसका स्वाद हर कोई लेना चाहत है। ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या इस बार आम की पैदावार हर साल के अपेक्षा कम हुई है या ज्यादा। जैसा की आपको बता दें भारत में आम का बाजार बहुत ही व्यापक रूप में है। आम की अधिक खपत यही के बाजारों में होती है। आइये जानते हैं इस साल आम का पैदावार किस रूप में हुआ है।

आम का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर
दरअसल चालू वित्त वर्ष के दौरान आमों का निर्यात 50 हजार टन के पार निकल सकता है। वहीं कृषि उपज निर्यात की नोडल एजेंसी एपीडा से मिली जानकारी के मुताबिक विदेशों में आम की अच्छी मांग और बेहतर गुणवत्ता के फलों की सप्लाई को देखते हुए पिछले साल से ज्यादा निर्यात होने की उम्मीद है। जैसा की आपको बता दें पिछले साल भारत से 45,730 टन आमों का निर्यात किया गया था। वहीं एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक इस महीने लगभग 200 टन आमों का निर्यात किया जा चुका है। वहीं उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में इसकी निर्यात में और तेजी आ सकती है।
उन्होंने ये भी कहा कि इस समय आम की तुड़ाई का काम काफी अच्छे से चल रहा है। जिसकी क्वालिटी भी काफी अच्छी है। उनका कहा है कि अगर मौसम आगे अच्छा रहता है तो, आमों का निर्यात हर हाल से ज्यादा निकल जाएगी। वहीं उत्तर प्रदेश से उत्तरी राज्यों में आमों की तुड़ाई जून में शुरू होगी। सरकारी आकड़ों के हिसाब से इस साल देश में 192.1 लाख टन आम का उत्पादन होने की उम्मीद है। जबकि पिछले साल इसकी उपज 186 लाख टन रही थी। जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब पिछले साल से ज्यादा इस बार आम के पैदवार अच्छे हुए हैं तो इनके दामों मेर भी 20 से 30 रूपये तक कमी कि जा सकती है।
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