आपका विवाह तय होते होते रह जाता है हर बार कुछ परेशानी आती है और बात नहीं बनती। यही नहीं आपकी शादी में भी व्यवधान आते हैं। ऐसे में आपके पास कुछ उपाय बचते हैं यदि आप इन उपायों को अपनाते हैं तो शीघ्र ही आपका विवाह हो जाता है।
प्रेम विवाह में तो यह मंत्र बहुत ही अचूक होता है। यदि युवक युवतियां एक दूसरे से विवाह करना चाहते हैं तो यह बेहद उत्तम होता है। युवकों और युवतियों ने विवाह करने में इस मंत्र के प्रयोग से सफलता प्राप्त की है। इसके लिए उनके माता पिता भी सहमत हो गए। इस प्रयोग के तौर पर सुबह भोजपत्र पर अष्टगंध से एक यंत्र की रचना करें।
इस यंत्र की रचना चमेली की कलम से की जा सकती है। यंत्र ताम्रपत्र पर भी अंकित करवाया जा सकता है। इस यंत्र को धूप दीप पुष्प नैवेद्य आदि के माध्यम से विधि – विधान से पूजन किया जा सकता है। इसके लिए आप कन्या का नाम लिखकर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ सकते हैं वहीं यह मंत्र लिख सकते हैं कि ओम अस्त श्री राजगंधर्व मंत्रस्य मदन ऋषि अनुष्टुपछन्दः राजगन्धर्वो देवता क्लीं कलकम् ममकृते अमूक कन्या शीघ्र प्राप्तयर्थे जपे विनियोगः।
इस मंत्र में जहां भी अमुक शब्द लिखा है वहां अमुक की जगह आप अपनी प्रेमिका का नाम लिख सकते हैं। यही नहीं राजगंधर्व से आप रक्षा की प्रार्थना भी कर सकते हैं। चंदन की माला से पांच माला इस मंत्र को प्रतिदिन जपें और 41 दिन के बाद चांवल और घी मिलाकर दशांश हवन करें अनुष्ठान समाप्त होने के बाद इसे नदी तालाब या जलाशय में प्रवाहित कर दें।