आरबीआइ ने पिछले दो महीनों में रेपो रेट में 90 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। इसके चलते बैंकों और डाकघरों ने कम अवधि की जमा योजनाओं पर ब्याज की दर बढ़ा दी है। अगर बैंक एफडी और डाकघर योजनाओं की तुलना करें तो आप पाएंगे कि बैंक एफडी की ब्याज दरें पोस्ट ऑफिस स्कीम के मुकाबले कम हैं। एसबीआई, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक, पीएनबी, बीओबी जैसे शीर्ष बैंकों से एफडी पर मिलने वाला ब्याज वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme- SCSS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट (PPF) और सुकन्या समृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Scheme) जैसी डाकघर योजनाओं से काफी कम हैं। इसलिए आप लंबी अवधि के निवेश के लिए डाकघर बचत योजनाओं (Post office schemes) पर विचार कर सकते हैं। आइए, डाकघर की कुछ महत्वपूर्ण बचत योजनाओं के बारे में आपको बताते हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme) एक छोटी बचत योजना है, जो एनपीएस और पीएमवीवीवाई की तरह वरिष्ठ नागरिकों के लिए पैसा लगाने का एक अच्छा विकल्प है। वरिष्ठ नागरिक और रिटायर कर्मचारी, जिनकी उम्र 55 वर्ष से अधिक लेकिन 60 वर्ष कम हैं, वो इस योजना में निवेश कर सकते हैं। सेना से रिटायर होने वाले 50 वर्ष से अधिक आयु के सैन्यकर्मी भी SCSS खाता खोल सकते हैं, लेकिन उनकी उम्र 60 वर्ष से कम होनी चाहिए।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट
Public Provident Fund Account लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। कोई भी वयस्क नागरिक न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये से पीपीएफ (PPF) खाता खोल सकता है। इन जमा राशियों पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत आयकर में छूट भी मिलती है। पीपीएफ की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है। आजकल पीपीएफ जमा पर 7.1 फीसदी वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज मिल रहा है। निवेश करने से पहले पीपीएफ के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने की सलाह दी जाती है।
सुकन्या समृद्धि योजना
Sukanya Samriddhi Scheme उन माता-पिता के लिए खास है जो अपनी बेटी के भविष्य के लिए पैसे बचाना चाहते हैं। इसमें गार्जियन 10 वर्ष से कम आयु की अपनी लड़कियों के लिए Sukanya Samriddhi Account खोल सकते हैं। एक लड़की के नाम से केवल एक खाता खोला जा सकता है। साथ ही परिवार में दो से अधिक लड़कियां नहीं होनी चाहिए। SSA खाता न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये के साथ खोला जा सकता है। इसमें अधिकतम 15 वर्षों तक पैसा जमा किया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि जमाओं पर भी धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट मिलती है