सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया। अखिलेश ने कहा कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट में लोगों की दृढ़ विश्वास है। एससी ने जो कहा है उसका पालन करना चाहिए। हम सभी इसमें विश्वास करते हैं। उन्होेंने भाजपा द्वारा लैपटॉप वितरण योजना को रोकने के बारे में योगी सरकार को घेरने की कोशिश की। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने लैपटॉप वितरण को भी जुमला बना दिया है। विद्यार्थी अभी तक झूठे इंतज़ार में हैं।
सपा के समय जिन्हें लैपटॉप मिला था उन्हे ख़ुद और उनके परिवार के लोगों को भी इसका लाभ मिला। इलाहाबाद के इस छात्र ने अपने भाई को मिले लैपटॉप से सीखकर अपने लिए भी रोज़गार के अवसर सृजित किए। इससे पहले उन्होेंने दिल्ली में कहा था कि अभी उत्तर-प्रदेश में ही राजनीति करना चाहते हैं। उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई ख्वाहिश नहीं है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकार प्रिया सहगल की दिल्ली में किताब विमोचन समारोह में यह बात कही थी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है और इसके बजाय वह अपने राज्य उत्तर प्रदेश को बेहतर बनाने के लिए काम करना चाहेंगे। कहा कि भाजपा राज तो लूट राज का पर्याय बन गया है। दीवाली से पहले यूपी में खून की होली खेली जा रही है। प्रदेशवासियों को न तो पीएम सुरक्षा दे पा रहे हैं और न ही सीएम।
खेद जताया कि दिन प्रतिदिन बिगड़ती कानून व्यवस्था पर राज्यपाल ने भी मौन साध रखा है। उन्हें संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करते हुए बिगड़ती कानून व्यवस्था पर राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट भेजनी चाहिए। घटनाओं के खुलासे के लिए मुख्यमंत्री चाहे जितने अल्टीमेटम दें, प्रशासनिक तंत्र पर उसका कोई असर नहीं हो रहा।
कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक मॉल में दो लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इसी तरह, उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र प्रयागराज में छात्रावास के भीतर सुमित शुक्ला की हत्या हो गई। रायबरेली के हीरा व्यापारी लोकेश दुबे को बदमाशों ने गोली मारकर 1.70 करोड़ रुपये की ज्वैलरी और कैश लूट लिया। हालत यह है कि राजधानी लखनऊ में ही घटी कई संगीन वारदातों का खुलासा नहीं हुआ है। खुद लखनऊ के कप्तान के बंगले से 10 लाख की चोरी का आठ साल में भी खुलासा नहीं हुआ है।