दुनियाभर में कई लोग हैं जो ज्योतिषों पर यकीन करते हैं. ऐसे में आप सभी ने हस्तरेखा शास्त्र के बारे में सुना होगा और आप सभी जानते ही होंगे. ऐसे में अंगूठे को हस्तरेखा शास्त्र में अत्यधिक महत्व दिया जाता है और अंगूठा तीन अस्थि खंडों से मिलकर बना होता है. कहते हैं हथेली से बाहर निकला हुआ पहला खंड तर्क शक्ति को, दूसरा खंड दृढ़ इच्छा शक्ति को, तीसरा एवं आखिरी खंड विशुद्ध चरित्र को बताने में सहायता करता है. ऐसे में अंगूठा अगर छोटा होता है तो यह अविकसित व्यक्तित्व को बताता है और अंगूठा का लंबा होना, यह संकेत देता है कि जीवन कार्यों में वृद्धि का अधिक उपयोग ना करें.
वहीं अंगूठा अगर काफी ज्यादा छोटा होता हैं तो इसे अशुभ मानते है. कहते हैं जो लोग अपराधी प्रवृत्ति वाले होते हैं उनका अंगूठा काफी छोटा ही होता हैम और जिन लोगों का अंगूठा बड़ी आसानी के साथ पीछे की तरफ मुड़ जाता है या फिर बिल्कुल लचीला होता है तो ऐसे अंगूठे का मतलब सफलता के संकेत से है. वही जिन लोगों के लंबे अंगूठे के साथ-साथ उनकी उंगलियां वर्गाकार या फिर फैली हुई होती हैं वह अच्छे गणित के प्रोफेसर, वैज्ञानिक, शिल्पकार या फिर इंजीनियर बन जाते हैं. इसी के साथ अगर उंगलियों के सिरे के कोनिक या फिर नुकीले हो तो ऐसे व्यक्ति काव्य तथा कला के बहुत बड़े दीवाने बनते हैं.
वहीं किसी के अंगूठा की कलाकृति केले के समान होती है तो वो अंगूठा अविकसित माना जाता है और उनका स्वभाव क्रूर एवं विद्रोही होता है. इसी के साथ जिन लोगों का अंगूठा गेंद के समान सिरे वाला होता है ऐसे लोग स्वार्थी, कामुक, अस्थिर मन वाले, हृदयहीन एवं व्यभिचारी होते हैं. जिन महिलाओं का अंगूठा लंबा होता है वह महिला में संस्कारी गुण से भरी होती है और सफल बनती है.