केंद्र की मोदी सरकार के मुताबिक उसका सपना भारत को डिजिटल बनाने का है. लेकिन ये सपना तबतक तो पूरा होता नहीं दिखता जबतक भारत का नाम अच्छे इंटरनेट और कनेक्टिविटी की लिस्ट में निचले पायदान से उठ के ऊपर नहीं आता. हालांकि इस दिशा में भारत सरकार के साथ कुछ प्राइवेट कंपनियां भी तेजी से काम कर रही है. ख़राब इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी के अच्छे दिन लाने के लिए केंद्र सर्कार एक नई तकनीक पर काम कर रही है. आप ने अभी तक इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए WiFi का नाम सुना होगा लेकिन अब LiFI तकनीक की टेस्टिंग की जा रही है जो WiFi से सौ गुना ज्यादा तेज होगी.
इस तकनीक की खास बात ये है कि ये एलईडी बल्ब के सहारे काम करती है. जी हां, दरअसल इस तकनीक के सहारे आपके घर में लगा LED बल्ब भी हाई स्पीड डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होगा. जिसके लिए इसे किसी वाईफाई या ब्रॉडबैंड की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. ET की एक तजा रिपोर्ट में IT मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि, ‘LiFI (Light fidelity) को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर टेस्ट किया गया है.
इसमें 10gbps की स्पीड से डेटा ट्रांसमिट करने के लिए एलईडी बल्ब और लाइट स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया गया है.’ इस रिपोर्ट में बताया गया है कि LiFI की कनेक्टिविटी रेंज भी वाईफाई की तुलना में काफी ज्यादा है. LiFi का रेडियस 1 किलोमीटर तक का एरिया कवर कर सकता है जबकि वाईफाई एक कमरे या फिर एक अपार्टमेंट तक ही सिमिट रहता है.