उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती ने एक बार फिर भाजपा और समाजवादी पार्टी पर ट्वीट कर गंभीर आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा संरक्षक मुलायम सिंंह पर भाजपा के साथ मिल कर काम करने का आरोप लगाया था।

मायावती ने आज ट्वीट करते हुए कहा कि ‘यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधान सभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहां भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव।’

बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 में बहुजन समाज पार्टी की कड़ी हार के बाद पार्टी की मुखिया मायावती ने रविवार को समीक्षा बैठक की थी। जिसमें उन्होंने कई कड़े कदम उठाये थे। मायावती ने बसपा उत्तर प्रदेश की पूरी कार्यकारिणी को भंग करने के साथ ही अपने भतीजे आकाश आनन्द को बसपा का राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर बनाया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आकाश आंनद बड़ी जिम्मेदारी दी थी। उन्होंने तीन चीफ कोआर्डिनेटर को नियुक्त किया था। मेरठ के मुनकाद अली, बुलंदशहर के राजकुमार गौतम तथा आजमगढ़ के विजय कुमार को प्रदेश के सभी कोआर्डिनेटर रिपोर्ट करेंगे। यह भी तय हुआ था कि तीनों सभी कोआर्डिनेटर पर निगाह रखेंगे।

इससे पहले 22 मार्च को मायावती ने ट्वीट कर कहा था कि ‘ यू.पी. में अम्बेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे। जिसने अपनी सरकार में इनके नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम अधिकांश बदल दिये है। जो अति निन्दनीय व शर्मनाक भी है। बीजेपी से, बी.एस.पी. नहीं बल्कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह खुलकर मिले है। जिन्होंने बीजेपी के पिछले हुये शपथ में, अखिलेश को बीजेपी से आर्शीवाद भी दिलाया और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।’
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