जिला अस्पताल में आधी रात कोविड-19 के आइसोलेशन यूनिट में क्वारंटाइन दो कोरोना संदिग्ध बंदी खिड़की तोड़कर फरार हो गए। जेल में बुखार, खांसी और सांस फूलने की तकलीफ होने पर दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यहां कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। सुबह गिनती में संख्या कम मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी है। इसके बाद से स्वास्थ्य और पुलिस महकमे में अफरा तफरी मची है।
चोरी के मामले में 20 अप्रैल को किया था गिरफ्तार
शहर के मोहल्ला बाबूगंज में जीजीआइसी स्कूल के निकट रहने वाले रोहित और अजय को पुलिस ने चोरी के मामले में गिरफ्तार करके 20 अप्रैल को जेल भेजा गया। कारागार में दोनों को बुखार, खांसी और सांस फूलने की शिकायत पर उसी रात जिला अस्पताल भेज दिया गया था। पुलिस अभिरक्षा में दोनों विचाराधीन बंदियाें का फीवर क्लीनिक में डॉक्टर ने परीक्षण किया तो कोरोना जैसे लक्षण होने से उन्हें 21 अप्रैल को कोविड-19 आइसोलेशन यूनिट भेजा गया था। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करके सैंपल लेकर परीक्षण के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा।
अभी तक नहीं आई दोनों की जांच रिपोर्ट
दोनों की रिपोर्ट नहीं आई है, इस वजह से उन्हें आइसोलेशन यूनिट में क्वारंटाइन पर रखे गए थे। बुधवार रात दोनों वार्ड की खिड़की में लगी जाली तोड़कर भाग निकले। सीएमएस डॉ. बीबी भट्ट ने बताया कि स्टाफ को सुबह जानकारी हुई तब कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि दोनों पुलिस अभिरक्षा में थे और सिपाही तैनात थे। शहर कोतवाल दिनेश मिश्र ने बताया कि जिला अस्पताल की कोविड यूनिट से खिड़की काट कर दो विचाराधीन बंदियों के भागने की सूचना मिली है। रिपोर्ट दर्ज कर दोनों की तलाश की जा रही है, उनकी अभिरक्षा में लगे सिपाहियों पर कार्रवाई के लिए अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है। जेलर बृजेंद्र सिंह ने बताया कि इंट्री करने के बाद मुलाहिजा से ही दोनों को अस्पताल भेज दिया था।