लोक सेवा आयोग की पीसीएस 2017 मेंस के परिणाम में हो रही देरी के साथ प्रतियोगी छात्रों की एक और मांग पूरी होने की संभावना कम होती जा रही है। प्रतियोगी छात्रों की मांग है कि पीसीएस 2018 मेंस से पहले पीसीएस 2017 का अंतिम परिणाम घोषित किया जाए।
पिछले दिनों आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार से प्रतियोगियों ने यह मांग रखी थी। इस तर्क के साथ कि ऐसा करने से पद बर्बाद नहीं होंगे। पीसीएस 2017 में चयनित होने वाले जो अभ्यर्थी पीसीएस 2018 मेंस के लिए सफल हुए होंगे वे मेंस में शामिल नहीं होंगे। अक्सर ऐसे लोग दूसरी परीक्षा में भी सफल हो जाते हैं और सफल होने पर पद छोड़ देते हैं, जिससे पद बर्बाद होता हैै। पीसीएस 2017 मेंस पिछले वर्ष जून और जुलाई में हो चुका है।
आयोग सूत्रों की मानें तो इसकी कॉपियों का मूल्यांकन भी पूरा कर लिया गया है। लेकिन परिणाम घोषित नहीं हो सका। चर्चा है कि अगले सप्ताह परिणाम आ सकता है। अगर ऐसा होता है तो भी पीसीएस -18 मेंस से पहले अंतिम परिणाम आना मुश्किल होगा क्योंकि मेंस का परिणाम आने के कम से कम 15 दिन बाद इंटरव्यू शुरू हो सकेगा। पीसीएस -17 में 677 पद हैं। एक पद के सापेक्ष तीन के हिसाब से लगभग दो हजार अभ्यर्थी इंटरव्यू के लिए सफल होंगे। इनका इंटरव्यू कराकर 18 अक्तूबर से पहले अंतिम परिणाम घोषित कर पाना मुश्किल लग रहा है।
लोक सेवा आयोग
’ प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष से उठाई थी यह मांग
’ 18 अक्तूबर से है 2018 का मेंस नहीं आया 2017 मेंस का रिजल्ट
पीसीएस 2017 एक नजर में
कुल पद 677
’ प्री परीक्षा 24 सितंबर 2017
’ प्री में शामिल हुए 246654
’ प्री का परिणाम 19 जनवरी 2018
’ मुख्य परीक्षा के लिए सफल 14032
’ मुख्य परीक्षा जून और जुलाई 2018
’ देरी की वजह- प्री के प्रश्नों को लेकर विवाद