सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले सॉल्वर गैंग ने सेंधमारी की कोशिश की। बरेली के भमोरा क्षेत्र में एसटीएफ ने सरगना समेत चार सॉल्वर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से ब्लूटूथ डिवाइस और अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र मिले हैं।
बरेली में एसटीएफ ने शनिवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में अलीगढ़ के सॉल्वर गैंग के चार गुर्गों को गिरफ्तार किया। इनमें बदायूं का भी एक युवक शामिल है। उनके पास से नौ ब्लूटूथ उपकरण, सात मोबाइल फोन, छह परीक्षार्थियों के प्रवेशपत्र, कार व अन्य कागजात बरामद हुए हैं।
सॉल्वर गैंग नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपये में ठेका लेता था। गैंग ने सेंधमारी की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन परीक्षा ऑफलाइन होने के कारण वे कामयाब नहीं हो सके। एसटीएफ ने उन्हें पकड़ लिया।
एसटीएफ के सीओ अब्दुल कादिर ने बताया कि अलीगढ़ के सॉल्वर गैंग के बारे में सूचना मिलने पर उन्होंने टीम के साथ घेराबंदी शुरू कर दी थी। शनिवार को पता चला कि भमोरा क्षेत्र में गैंग ने कुछ लोगों को रुपये देकर बुलाया है। यहां घेराबंदी करके चार युवकों को पकड़ लिया गया।
पकड़े गए युवकों में अलीगढ़ के खैर थानाक्षेत्र के सजना गांव का पंकज शर्मा, गोमत गांव का शिवम चौधरी, विरोला गांव का रहने वाला सतवीर सिंह शामिल हैं। इसके अलावा बदायूं के इस्लामनगर के परदलपुर गांव का गौरव शर्मा भी पकड़ा गया है। पंकज गैंग का सरगना है।
10 रुपये में लिया था पास कराने का ठेका 
सीओ के मुताबिक पूछताछ में पंकज शर्मा ने बताया कि 10 लाख रुपये में सिपाही भर्ती परीक्षा पास कराने का ठेका लिया था। वह 10 से 25 हजार रुपये बतौर पेशगी लेता था। आरोपियों ने ब्लूटूथ उपकरण आदि तैयार कर रखे थे। गैंग इस तैयारी में था कि ऑनलाइन पेपर होगा, जिसमें वह सेंधमारी कर लेंगे। बरामद डिवाइस जूते में छिपाकर ले जाने की योजना थी। 
सॉल्वर गैंग परीक्षा केंद्र के बाहर से ब्लूटूथ के जरिए पेपर हल करवाता पर परीक्षा ऑफलाइन हो गई। आरोपियों ने सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए देहात के भमोरा क्षेत्र को चुना था। एसटीएफ ने भमोरा क्षेत्र में चारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में भी सेंधमारी की आशंका
अलीगढ़ के सॉल्वर गैंग के पास से पुलिस की कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा के सात प्रवेशपत्र बरामद होने से एसटीएफ भी सकते में है। आशंका जताई जा रही है कि इस गैंग ने कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में भी सेंधमारी की कोशिश की है।
गैंग के सरगना पंकज शर्मा के बारे में जब एसटीएफ ने छानबीन की तो पता चला कि नौकरी का झांसा देकर वह लोगों को ठगता है। उसे कंप्यूटर व इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस आदि की अच्छी जानकारी है। शिवम व गौरव लोगों को फंसाकर लाते थे। दस लाख में से उन्हें दो-दो लाख रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिया जाता था। सत्यवीर कार का चालक है।
परीक्षा से पहले भी आरोपी उसी कार से तीन-चार बार बरेली आए थे। आरोपी कार को किराये पर लाने की बात कह रहे हैं पर किससे ली, यह नहीं बता पा रहे हैं। एसटीएफ अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किन-किन परीक्षा में इन लोगों ने सेंधमारी की कोशिश की। इनके पास से मिले कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा के सात प्रवेशपत्रों के मामले में भी जांच की जा रही है। कुछ दिन पहले ही यह परीक्षा हुई थी।
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