रामलला के दरबार में नित्य पास की सुविधा सात अगस्त से शुरू से हो रहे सावन मेले से आरंभ हो सकती है। इसके लिए ट्रस्ट वेबसाइट तैयार करा रहा है। साथ ही ट्रस्ट की टीम नित्य दर्शनार्थियों से संपर्क कर उन्हें नई योजना की जानकारी दे रही है। अब तक 200 से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
अयोध्या साधक-संतों की नगरी रही है। साधक-संत ही नहीं, बड़ी संख्या में गृहस्थ भी नित्य सरयू स्नान, हनुमानगढ़ी, कनकभवन व रामलला के दर्शन करते रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से रामनगरी में रोजाना दो से ढाई लाख श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं।
इसके चलते नित्य दर्शन की परंपरा भी बाधित हो गई। इसको लेकर संत व नित्य दर्शनार्थी क्षुब्ध थे। ट्रस्ट इस समस्या के समाधान के लिए नित्य दर्शनार्थियों के लिए पास जारी करने की योजना बना रहा है।
राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि ट्रस्ट की टीम ऐसे संतों व गृहस्थों से मुलाकात कर रही है जो रामलला के नित्य दर्शन करते रहें हैं और पिछले कुछ दिनों से दर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
ऐसे लोगों का नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड लिया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो नित्य दर्शन करेंगे, उन्हें ही पास जारी किया जाएगा। पास पहले केवल छह माह के लिए जारी होगा।