बरेली में भीषण गर्मी के चलते लोगों को न दिन में चैन मिल रहा है और न रात में राहत। 17 जून की रात इस सीजन में सबसे ज्यादा गर्म रही। दिन में भी बढ़ते तापमान से तपा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में बारिश के आसार जताए हैं।
बरेली में भीषण गर्मी का सिलसिला जारी है। दिन में लू के थपेड़े झेल रहे लोगों को अब रात में भी सुकून नहीं मिल रहा है। गर्म रात भी भीषण गर्मी का रिकॉर्ड बना रही है। मौसम विभाग के अनुसार 55 वर्षों में तीसरी बार 17 जून की रात सर्वाधिक गर्म रही। पारा 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक पछुआ हवा के चलते रातें भी तप रही हैं। न्यूनतम पारा एक बार फिर 55 साल पूर्व का इतिहास दोहरा रहा है। उन्होंने बताया कि बरेली के इतिहास में तीसरी बार रात का पारा 32.1 डिग्री दर्ज हुआ है। इससे पूर्व वर्ष 1969 में भी यही स्थिति थी। वर्ष 1993 में छह जून को रात का पारा 37.4 डिग्री, 1995 में 17 जून को 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। आगामी दिनों में हवा की दिशा बदलने पर रात के तापमान में गिरावट आ सकती है।
लोगों की बिगड़ रही सेहत
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राहुल बाजपेई के मुताबिक दिन के साथ रात के भी तपने से लोगों के गर्मी की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। दिनभर भीषण गर्मी का प्रकोप सहने के बाद जब रात में भी गर्मी से निजात न मिले तो डिहाइड्रेशन, डायरिया, मानसिक तनाव, त्वचा संबंधी बीमारियों की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है। बीपी बढ़ने से हृदय रोगों का खतरा भी रहता है।
मंगलवार को भी सुबह आठ बजे से ही भीषण गर्मी का प्रकोप हावी रहा। दोपहर में शहर की कई सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। प्रमुख मार्गों पर भी वाहनों की तादाद कम रही। शाम पांच बजे तक लोग पसीने से तरबतर रहे। अधिकतम पारा सामान्य से सात डिग्री ज्यादा 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
पुरवाई से मिल सकती है राहत
मौसम विशेषज्ञ अतुल के मुताबिक हवा की दिशा बदलने पर पुरवाई फुहार बनकर राहत पहुंचा सकती है। तराई इलाकों में हवा के झोंकों के साथ पश्चिमी विक्षोभ के प्रवेश की संभावना है। अनुकूल माहौल बना तो रुहेलखंड क्षेत्र के कुछ स्थानों पर प्रचंड लू की स्थिति से हल्की राहत मिल सकती है। इससे तापमान में गिरावट होने का अनुमान है।