पूर्वांचल में गर्मी का प्रचंड कहर जारी है। गर्मी के चलते हर दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। आलम ये हो गया है कि मॉर्च्यूरी और पोस्टमार्टम हाउस के बाहर-अंदर शव पड़े हैं। अस्पतालों में मरीजों की कतार लगी है।
पूर्वांचल के चार जिलों में रविवार की रात और सोमवार की देर शाम तक गर्मी से 51 लोगों की मौत हो गई। अकेले वाराणसी में ही 34 लोगों की जान गई है। इनमें पांच ट्रक ड्राइवर शामिल हैं। मंडलीय अस्पताल में 10 और दीनदयाल अस्पताल में 7 लोगों की मौत हुई है। वहीं, गाजीपुर, मिर्जापुर और चंदौली 17 लोगों की जान गई है। यूपी में बीते 24 घंटे में 170 लोगों की मौत का दावा किया गया है। सर्वाधिक 100 मौतें बुंदेलखंड और कानपुर मंडल में हुई।
काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात एएसआई भी गर्मी की चपेट में आ गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। दर्शन-पूजन करने आए चार श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई। उधर, लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाराणसी के बाहर बस स्टाफ के पास अचेत होकर गिरे रमेश (24 वर्ष) की जान चली गई। वह गाजीपुर का रहने वाला था। इसी तरह कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म से बुजुर्ग का शव मिला है।
दशाश्वमेध घाट पर तीन लोगों की मौत
दशाश्वमेध घाट पर तीन लोगों की मौत हुई है। देर शाम तक मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा के मॉर्च्यूरी और शिवपुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस के बाहर- अंदर शव पड़े रहे। इन शवों का पोस्टमार्टम होगा। इसी तरह चंदौली में सात लोगों की मौत हुई है। इनमें से तीन की शिनाख्त नहीं हो सकी।
जिला संयुक्त अस्पताल में गर्मी से बीमार दो लोगों की जान गई है। मिर्जापुर में भी सात लोगों की जान गई है। विंध्याचल क्षेत्र में दो की मौत हुई है। ट्रेन में एक यात्री, भेड़ चरा रहे पशुपालक, खेत में गए एक किसान की जान गई है। गाजीपुर में गर्मी बीमार तीन लोगों की मौत हुई है।