वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सांसद बने। इस जीत के साथ ही पीएम मोदी ने उस रिकॉर्ड की बराबरी की, जब वाराणसी से लगातार तीसरी बार सांसद बने।
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार भाजपा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत हासिल की है। उन्होंने 152513 मतों जीत दर्ज की। इनके अलावा जिले में छह और प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। पीएम मोदी का सीधा मुकाबला इंडी गठबंधन के उम्मीदवार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से था।
साल 2019 में सपा की शालिनी को पीएम ने दी थी शिकस्त
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतरे थे। उनके सामने कांग्रेस ने अजय राय और सपा ने शालिनी यादव को उतारा था। नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे और यहां प्रधानमंत्री ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी को 6,74,664 वोट, सपा उम्मीदवार शालिनी को 1,95,159 और कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 वोट मिले थे। पिछले चुनाव में वाराणसी में कुल 57.13% लोगों ने मतदान किया था।
मोदी से पहले इन दिग्गजों का था रिकॉर्ड
आजादी के बाद पीएम मोदी ने उस रिकॉर्ड की बराबरी की है, जब काशी से लगातार तीसरी बार सांसद बने। इससे पहले कांग्रेस के रघुनाथ सिंह और भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल का लगातार तीन बार वाराणसी सांसद का रिकॉर्ड था। वाराणसी सीट पर पीएम मोदी से पहले भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी का कब्जा था। 2014 में भाजपा ने प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को वाराणसी सीट से उतारकर देश भर में हिन्दुत्व के मसले को साधा था। तब आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा था। मोदी ने 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। केजरीवाल 2 लाख वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे।
मोदी के सामने कौन-कौन रहा चुनाव मैदान में
पीएम मोदी के अलावा जो छह लोग आम चुनाव मैदान में थे उनमें सबसे बड़ा नाम था अजय राय का। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पांच बार के विधायक हैं। उनके बाद नाम आता है बसपा के अतहर जमाल लारी का। बुनकरों के नेता हैं, कई चुनाव लड़ चुके हैं। फिर अपना दल कमेरावादी के गगन प्रकाश यादव का नाम आता है। वो पीडीएम के प्रत्याशी हैं और उनकी पार्टी पटेलों में दबदबा रखती है। युग तुलसी पार्टी के कोली शेट्टी दक्षिण भारत से हैं। काशी में दक्षिण भारतीयों की ठीक ठाक आबादी है। दो निर्दलीय प्रत्याशी संजय कुमार तिवारी और दिनेश यादव हैं। तिवारी सीए हैं और सोशल वर्कर हैं। यादव तीन बार के पार्षद। एक तरफ कमल और दूसरी तरफ मुकाबले में हाथ, हाथी, लिफाफा, रोड रोलर, बांसुरी और डंबल रहा।