उत्तर प्रदेश में अगस्त महीने में कोरोना वायरस के संक्रमण की चाल तेज हुई है। बीते 23 दिनों में 1,09,790 नए मरीज मिले हैं। इन 23 दिनों में मरीजों की संख्या में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। अब कुल रोगियों की संख्या 2,10,135 हो गई है। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण कोरोना वायरस थोड़ा अधिक समय तक टिका रहता है। ऐसे में इस समय लोगों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। दो गज की शारीरिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ को साबुन पानी से बार-बार जरूर धोना चाहिए। फिलहाल यूपी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 73 प्रतिशत है और पॉजिटिविटी रेट 4.1 प्रतिशत है, जो तय मानक से पांच प्रतिशत से कम है।
उत्तर प्रदेश में छह मार्च को कोरोना वायरस का पहला मरीज आगरा में मिला था और 25 हजार केस पहुंचने में पूरे चार महीने लगे थे। इस दौरान लॉकडाउन और सख्ती भी थी। तीन जुलाई को प्रदेश में कोरोना के मामले 25,454 थे, लेकिन अगले 17 दिनों में यह दोगुने हुए और 20 जुलाई को प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 51,323 पहुंच गई। इस बार संख्या दोगुनी होने में केवल 15 दिन लगे और चार अगस्त को कुल मरीज 1,00,345 हो गए। अब फिर 23 दिन में यह दोगुने से अधिक बढ़कर 2,10,135 पहुंच गए हैं।
डॉ.राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ.विक्रम सिंह कहते हैं कि इस मौसम में नमी ज्यादा होती है। जब यह 85 फीसद या उससे अधिक होती है तो कोई भी वायरस वातावरण में अधिक समय तक टिकता है। ऐसे में कोरोना के बारे में भी यही अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल विटामिन सी का अधिक से अधिक प्रयोग करें, धूप में बैठें ताकि विटामिन डी भी पर्याप्त मिले और जिंक भी पर्याप्त मात्रा में लें। जिंक मूंगफली, तिल, अंडे की जर्दी व लहसुन आदि में पाया जाता है। इस समय एहतियात बरतने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी अधिक बढ़ाने पर जोर देना होगा।