यूपी के महराजगंज जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां आधी रात को प्रेमी ने गांव की रहने वाली नाबालिग लड़की को मिलने के लिए बुलाया. प्रेमी की बातों पर भरोसा करके जब लड़की उससे मिलने पहुंची तो वहां दो और युवकों को देख उसके कदम ठिठक गए. वह वापस लौटने के लिए जैसे ही मुड़ी वैसे ही युवकों ने उसे दबोच लिया. गांव के बाहर एक खाली मकान में ले जाकर उसके साथ जबरन तीनों ने दुष्कर्म किया.
इस हैवानियत की घटना में जब लड़की बेहोश हो गई तो आरोपित उसे कमरे छोड़ फरार हो गए. जाते-जाते मकान का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया. होश आने के बाद खून से लथपथ लड़की सुबह मकान की छत पर चढ़ी और मदद के लिए पुकरा लगाई.
यह खबर जब गांव में फैली तो परिजन मौके पर पहुंचे और लड़की को सहारा देकर घर ले गए. लड़की ने रोते-बिलखते हुए परिजनों को पूरी बात बताई. नाबालिग के साथ गैंगरेप के मामले की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में सनसनी मच गई. थोड़ी ही देर में थानाध्यक्ष, सीओ व एसपी मौके पर पहुंच गए.
पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया. एसपी ने घटनास्थल का मुआयना कर स्थानीय पुलिस को इस प्रकरण में तहरीर के आधार पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया. लड़की के प्रेमी व उसके दो दोस्तों के खिलाफ पॉक्सो व गैंगरेप के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.
आरोपितों में दो युवक लड़की के गांव के ही रहने वाले हैं. तीसरा उन दोनों का दोस्त था, वह दूसरे गांव का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि गांव के एक लड़के से लड़की अक्सर बात करती रहती थी. धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने लगे. बुधवार की रात को प्रेमी ने लड़की को मिलने के लिए बुलाया. प्रेमी की बात पर भरोसा कर लड़की आधी रात को जब घर की दहलीज से बाहर निकली तो उसके बाद उसे ऐसा जख्म मिला जो शायद ही कभी भरे.
पीड़िता के परिजनों के तहरीर के मुताबिक तीनों आरोपित लड़की को घर से उठा ले गए. उसके साथ जबरन गैंगरेप किया. इस मामले में पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. थाना प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रकरण में सुनील सहानी, दीपू उर्फ दीपेंद्र सहानी व रामबरन सहानी के खिलाफ धारा 342, 376डी आईपीसी व 5जी/6 पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.
एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि घटना के बाद से तीनों आरोपित फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम बना दी गई है. जल्द ही वह सलाखों के पीछे होंगे. लड़कियों व महिला के साथ अपराधिक घटना में पुलिस की जीरो टॉलरेंस की नीति कायम है, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.