उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं के जो बच्चे अपनी कक्षा के हिंदी और गणित विषयों के अनुरूप प्रेरणा लक्ष्यों को हासिल कर लेंगे, उन्हें प्रेरक बालक/बालिका के रूप में चिह्नित किया जाएगा। प्रेरणा लक्ष्य एप के माध्यम से ऐसे बच्चों का आकलन कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी डायट प्राचार्यों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिया है।

प्रेरक बालिक/बालिका के लिए बच्चों का आकलन डायट के डीएलएड प्रशिक्षु, डायट मेंटर तथा ब्लॉक के एकेडमिक रिसोर्स पर्सन करेंगे, जिसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह आकलन महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को किया जाएगा। यदि किसी वजह से शनिवार को अवकाश है तो उससे पहले वाले कार्यदिवस में यह आकलन किया जाएगा। बच्चों के आकलन के लिए हर तिमाही के लिए डायट प्राचार्य रोस्टर तैयार करेंगे। तिमाही की गणना एक अप्रैल, 2021 से की जाएगी। डायट प्राचार्य यह सुनिश्चित करेंगे कि आकलन से कम से कम एक हफ्ता पहले स्कूल को इसकी सूचना दे दी जाए।
प्रेरणा लक्ष्य एप पर आकलन के लिए किसी भी स्कूल के कक्षा एक से पांच तक के बच्चे खुद को नामांकित कर सकते हैं या प्रधानाध्यापक शिक्षकों की मदद से उन बच्चों की सूची बना सकते हैं जिनका प्रदर्शन प्रेरणा लक्ष्यों के अनुरूप है। आकलनकर्ता अपने स्मार्टफोन या टैबलेट से नामांकित बच्चों का आकलन करेगा। बच्चों द्वारा बताये गए उत्तर को प्रेरणा लक्ष्य एप पर दर्ज किया जाएगा।
उत्तरों को दर्ज करने के बाद प्रेरणा लक्ष्य एप पर अपने आप बच्चों के रिजल्ट आ जाएंगे जिससे पता चल जाएगा कि बच्चे को प्रेरक बालक/बालिका घोषित किया जा सकता है। हर तिमाही के आखिरी हफ्ते में स्कूल स्तर पर प्रधानाध्यापक और विद्यालय प्रबंध समिति मिलकर प्रेरक सम्मान समारोह का आयोजन करेंगे, जिसमें बच्चों के अभिभावकों व समुदाय के गण्यमान्य लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।
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