सुरक्षा के मामले में सोमवार को भारतीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एक DRDO कर्मचारी निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. इस कर्मचारी पर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को देने का आरोप है. ये कर्मचारी भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल 'ब्रह्मोस' से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था. बता दें कि नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की ब्रह्मोस यूनिट में निशांत अग्रवाल कार्यरत था. सोमवार सुबह ही वहां पर यूपी एटीएस और इंटेलिजेंस मिलिट्री दिल्ली की तरफ से रेड डाली गई थी. निशांत अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने 'ब्रह्मोस' मिसाइल से जुड़ी टेक्निकल जानकारी अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसी के साथ साझा की है. निशांत अग्रवाल उत्तराखंड के रहने वाले हैं और पिछले 4 साल से DRDO की नागपुर यूनिट में काम कर रहे हैं. इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था. क्या हैं ब्रह्मोस की खासियतें... 1. ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती. 2. भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर ब्रह्मोस का नाम रखा गया है. ये इस लिए कि इसे DRDO ने भारत-रूस के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर डेवलप किया. 3. ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर अटैक कर सकती है

UP एटीएस ने DRDO कर्मचारी को पकड़ा, ‘ब्रह्मोस’ की जानकारी PAK को लीक करने का आरोप

सुरक्षा के मामले में सोमवार को भारतीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एक DRDO कर्मचारी निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. इस कर्मचारी पर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को देने का आरोप है. ये कर्मचारी भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था. सुरक्षा के मामले में सोमवार को भारतीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एक DRDO कर्मचारी निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. इस कर्मचारी पर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को देने का आरोप है. ये कर्मचारी भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल 'ब्रह्मोस' से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था.   बता दें कि नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की ब्रह्मोस यूनिट में निशांत अग्रवाल कार्यरत था. सोमवार सुबह ही वहां पर यूपी एटीएस और इंटेलिजेंस मिलिट्री दिल्ली की तरफ से रेड डाली गई थी.  निशांत अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने 'ब्रह्मोस' मिसाइल से जुड़ी टेक्निकल जानकारी अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसी के साथ साझा की है. निशांत अग्रवाल उत्तराखंड के रहने वाले हैं और पिछले 4 साल से DRDO की नागपुर यूनिट में काम कर रहे हैं.  इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था.  क्या हैं ब्रह्मोस की खासियतें...  1. ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती.  2. भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर ब्रह्मोस का नाम रखा गया है. ये इस लिए कि इसे DRDO ने भारत-रूस के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर डेवलप किया.  3. ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर अटैक कर सकती है

बता दें कि नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की ब्रह्मोस यूनिट में निशांत अग्रवाल कार्यरत था. सोमवार सुबह ही वहां पर यूपी एटीएस और इंटेलिजेंस मिलिट्री दिल्ली की तरफ से रेड डाली गई थी.

निशांत अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल से जुड़ी टेक्निकल जानकारी अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसी के साथ साझा की है. निशांत अग्रवाल उत्तराखंड के रहने वाले हैं और पिछले 4 साल से DRDO की नागपुर यूनिट में काम कर रहे हैं.

इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था.

क्या हैं ब्रह्मोस की खासियतें…

1. ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती.

2. भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर ब्रह्मोस का नाम रखा गया है. ये इस लिए कि इसे DRDO ने भारत-रूस के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर डेवलप किया.

3. ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर अटैक कर सकती है

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com