उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में तेंदुआ का आंतक छाया हुआ है। रविवार को वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया है। बीते दिन शनिवार सुबह ट्रैपिग कैमरे में तेंदुए की फोटो कैद होने के बाद से ही यह कवायद शुरू की गई थी। इलाके के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
14 सिंतबर को बना चुका है किशोर को शिकार, दहशत में जी रहे गांव वाले
मामला धौरहरा के ईसानगर के ग्राम चकदहा का है। यहां गांव में 14 सितंबर को 12 साल के लड़के को तेंदुए के शिकार बनाने के बाद दहशत का माहौल है। उस दौरान उसके पगचिन्हों से पहचान नहीं हो सकी थी। जिसके बाद गांव में रेंजर ने छह कैमरे लगवाए थे। गांव के लोग शुरू से ही हिंसक जानवर को तेंदुआ बता रहे थे। असमंजस दूर होते ही वन अधिकारियों ने बहराइच के मोतीपुर रेंज में रखे पिंजरे को हरी झंडी दे दी।
शनिवार की रात ही वनकर्मी पिंजरा लेकर चकदहा पहुंच गए। रेंजर अनिल शाह के अनुसार, तेंदुआ का मूवमेंट चेक करने के बाद पिंजरा लगा दिया गया है। वनकर्मियों की टीम इसपर नजर रखेगी। कैमरे भी लगे हैं, जिनसे तेंदुआ पर नजर रखने में मदद मिलेगी। तेंदुआ पकड़े जाने तक उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने और खेतों की तरफ न जाने की अपील की है।