पुष्पांजलि रियलम्स ने शहर में कई लग्जरी फ्लैट के प्रोजेक्ट शुरू किए थे। इनमें देशभर के लोगों से निवेश कराया गया था। प्रोजेक्ट बीच में ही बंद हो गया। जिसके बाद पहला मुकदमा डालनवाला थाने में दर्ज कराया गया।
करोड़ों रुपये ठगकर भागे दीपक मित्तल और उसकी पत्नी को स्पेशल ईडी कोर्ट जल्द ही भगोड़ा घोषित कर सकती है। कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है जिस पर आगामी पांच मई को फैसला आ सकता है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि ईडी ने मित्तल दंपती के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जल्द ही येलो और फिर रेड कॉर्नर नोटिस भी मित्तल दंपती के खिलाफ जारी हो सकता है।
गौरतलब है कि पुष्पांजलि रियलम्स ने शहर में कई लग्जरी फ्लैट के प्रोजेक्ट शुरू किए थे। इनमें देशभर के लोगों से निवेश कराया गया था। ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और स्थानीय लोगों ने 70-80 लाख रुपये देकर अपने-अपने फ्लैट बुक किए। इसके बाद प्रोजेक्ट बीच में ही बंद हो गया। वर्ष 2020 में इस मामले में पहला मुकदमा डालनवाला थाने में दर्ज कराया गया। उस वक्त दीपक मित्तल विदेश में था, जिसने वापस आकर लोगों का पैसा लौटाने की बात कही।
लेकिन, वह वादे से मुकर गया और उसके खिलाफ कई और मुकदमे दर्ज किए गए। उसके सहयोगी व कंपनी के डायरेक्टर राजपाल वालिया एसटीएफ ने पिछले साल गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जब ईडी ने जांच शुरू की तो ईडी ने भी उसकी औपचारिक गिरफ्तारी करते हुए पूछताछ की।
अब इस मामले में स्पेशल ईडी कोर्ट में पीड़ितों की गवाही शुरू हो चुकी है। ठगी का शिकार करीब 70 से 80 लोग हुए हैं। पहली गवाही बृहस्पतिवार को हुई। अब अगली गवाही आगामी 18 अप्रैल को होगी। ईडी की ओर से अधिवक्ता विभोर गोयल ने बताया कि मित्तल दंपती की मुकदमे की फाइल राजपाल वालिया से अलग कर दी गई है।
दोनों मामलों में सुनवाई चल रही है। अब मित्तल दंपती को भगोड़ा घोषित किए जाने संबंधी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही दंपती को भगोड़ा घोषित किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि दंपती इस वक्त भी किसी अन्य देश में रह रहा है। उधर, सूत्रों ने बताया कि दंपती के खिलाफ ईडी रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर चुकी है।