प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को दिल्ली में दो नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इन प्रोजेक्ट्स (द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली वाला हिस्सा और अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II) की लागत 11,000 करोड़ रुपये है। दोनों हाईवे को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह हाईवे अब सभी का समय बचाएगा। पूरी दुनिया हमारे राष्ट्र के संकल्प को देख रही है। पिछले 11 वर्षों में, दिल्ली-एनसीआर में आवागमन आसान हो गया है।”
जानकारों का मानना है कि इन प्रोजेक्ट्स से आवागमन में तेजी और आसानी के अलावा इनके आस-पास रियल एस्टेट एक्विटी को भी बूस्ट मिलेगा। इसमें निवेश के भी मौके बनेंगे, जिनसे आगे अच्छा प्रॉफिट मिलने की उम्मीद है। रियल एस्टेट की कीमतें बढ़ने के साथ-साथ इन प्रोजेक्ट्स के और क्या-क्या लाभ होंगे, आइए जानते हैं।
सोनीपत और नरेला में बढ़ेंगी हाउसिंग एक्टिविटी
रियल एस्टेट एजेंट्स स्क्वायर यार्ड्स के सेल्स डायरेक्टर और प्रिंसिपल पार्टनर रवि निरवाल के अनुसार UER II (अर्बन एक्सटेंशन रोड II) का उद्घाटन दिल्ली-एनसीआर के लिए बहुत अहम है। यह हाई-स्पीड, सिग्नल-फ्री कॉरिडोर NH 44, NH 9 और NH 48 समेत मेन रूट्स के साथ-साथ द्वारका एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ता है।
प्रॉपर्टी मार्केट के नजरिए से, UER II के चालू होने से कई माइक्रो मार्केट्स में एक बड़ा रिवैल्यूएशन होने की उम्मीद है। इससे द्वारका के साथ-साथ कुंडली, सोनीपत और नरेला जैसी लोकेशंस में हाउसिंग एक्टिविटी को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
निरवाल का मानना है कि इसका प्रभाव सिर्फ कीमतों में बढ़ोतरी से कहीं अधिक होगा। नए कनेक्टिविटी कॉरिडोर से डिमांड का एक बड़ा और ज्यादा फ्लेक्सिबल आधार तैयार होने की उम्मीद है। यह दिल्ली के मेन कमर्शियल हब्स से कनेक्टिविटी बनाकर घर खरीदारों और बिजनेसों दोनों के लिए बजट-फ्रेंडली लोकेशंस तक एक्सेस देगा।
बढ़ेगी कमर्शियल, हाउसिंग और वेयरहाउसिंग की मांग
रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म Colliers India के नेशनल डायरेक्टर और हेड ऑफ रिसर्च विमल नादर का मानना है कि अलीपुर, द्वारका एक्सप्रेसवे और महिपालपुर और द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली सेगमेंट को जोड़ने वाली अर्बन एक्सटेंशन रोड, पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाएगी और आवागमन का समय कम करेगी।
इन प्रमुख प्रोजेक्ट्स में द्वारका, नजफगढ़, रोहिणी जैसे जलग्रहण क्षेत्रों (Catchment Areas) और एनएच-48 तथा द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास के इलाकों में रियल एस्टेट मार्केट को बेहतर बनाने की क्षमता है, जिससे लंबी अवधि में कमर्शियल, हाउसिंग और वेयरहाउसिंग की मांग को खास तौर से बढ़ावा मिलेगा।
एनएच-48 माइक्रो मार्केट में लगभग 30 लाख वर्ग फुट ग्रेड ए ऑफिस स्टॉक के पूरा होने के साथ, अगले कुछ सालों में सभी मांग क्षेत्रों में कमर्शियल रियल एस्टेट एक्टिविटी में तेजी आने की संभावना है।
नोएडा से IGI Airport अब सिर्फ 20 मिनट में
ओरम ग्रुप के फाउंडर प्रदीप मिश्रा के अनुसार यूईआर-2 और द्वारका एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से दिल्ली-एनसीआर में कनेक्टिविटी को काफी बढ़ावा मिलेगा। 76 किलोमीटर लंबा यूईआर-2 कॉरिडोर, अलीपुर, रोहिणी, मुंडका, नजफगढ़ और द्वारका जैसे दिल्ली के प्रमुख उपनगरों को हवाई अड्डे और प्रमुख हाईवे से जोड़ता है, जिससे शहर की भीड़भाड़ कम होगी और भारी ट्रैफिक डायवर्ट होगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे, धौला कुआँ जैसे बिजी इलाकों को दरकिनार करते हुए, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और गुरुग्राम के बीच एक सीधा, तेज गति वाला कनेक्शन प्रोवाइड करेगा। ये दोनों मिलकर यात्रा के समय को काफी कम कर देंगे (नोएडा से हवाई अड्डे तक अब सिर्फ 20 मिनट लगेंगे) और ट्रैफिक फ्लो सुधारेगा, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई की आवाजाही तेज होगी और आस-पास के रियल एस्टेट विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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