विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके यूएई के समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान आज दिल्ली में अहम बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच अपनी पहले से मजबूत रणनीतिक साझेदारी को और बेहतर बनाने के साथ सीरिया में तख्तापलट पर भी चर्चा की जाएगी।
सीरिया में सत्ता परिवर्तन पर होगी चर्चा
जयशंकर और शेख अल नाहयान भारत और यूएई के बीच संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करेंगे और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीरिया में सत्ता परिवर्तन के तुरंत बाद हो रही है। बैठक में ये भी चर्चा का विषय होगा।
दरअसल, पश्चिम एशिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, क्योंकि एक ओर इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है वहीं, दूसरी ओर सीरिया में स्थिति बेहद अस्थिर है और तुर्की भी सीरिया पर हमले कर रहा है। बशर अल-असद को मास्को में शरण दी गई है और रूस भूमध्य सागर तक अपनी पहुंच खो बैठा है।
द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर भी होगी चर्चा
जयशंकर और उनके समकक्ष मध्य-पूर्व में संकटों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। वहीं, जयशंकर और शेख अल नाहयान भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को और बेहतर बनाने पर भी वार्ता करेंगे। दोनों के बीच व्यापार, निवेश, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक संबंध बढ़ाने पर भी बातचीत होगी। इसके बाद शेख अल नाहयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी के दौरे से बदले भारत-यूएई के संबंध
बता दें कि अगस्त 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई की यात्रा की थी, जो ऐतिहासिक रही थी, क्योंकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलने का काम किया गया था। दोनों देशों ने 2022 में ऐतिहासिक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते या सीईपीए पर भी हस्ताक्षर किए, जिसके चलते दोनों देशों में तेजी से व्यापार और निवेश बढ़ा। व्यापार सौदे के कारण कई टैरिफ समाप्त हो गए और अन्य शुल्कों में उल्लेखनीय कमी आई। इससे विभिन्न क्षेत्रों में बाजार पहुंच में वृद्धि हुई।
Visa नियम बदलने का मुद्दा भी उठाएंगे जयशंकर
जयशंकर यूएई में नए नियम बनने के बाद भारतीयों के वीजा आवेदन रद्द होने का मुद्दा भी इस बैठक में उठा सकते हैं। दुबई के वीजा विभाग ने हाल ही में पर्यटक वीजा के लिए सख्त नियम बनाए हैं, जिसके तहत यात्रियों को क्यूआर कोड के साथ होटल बुकिंग दस्तावेज और उनकी वापसी टिकट की एक प्रति प्रदान करना अनिवार्य कर दिया गया है।रिश्तेदारों के साथ रहने वाले यात्रियों के लिए, बाद वाले को आवास का अतिरिक्त प्रमाण चाहिए। कथित तौर पर इससे वीजा आवेदनों के रद्द होने में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।