टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण विजेता नीरज चोपड़ा पानीपत स्थित मंगलवार को अपने पैतृक गांव खंडरा पहुंचे थे, तब उनके स्वागत में समालखा से मतलौडा तक लगभग 35 किलोमीटर की रैली का आयोजन किया गया था। उस दौरान तो नीरज की तबियत थोड़ी ठीक लग रही थी। लेकिन फिर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद गांव में हो रहे कार्यक्रम से वो जल्द ही निकल गए। हालांकि उस समय लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं लगा कि आखिर ऐसा अचानक क्या हो गया।
नीरज कार्यक्रम से निकलते हुए पानीपत के कमिश्नर की गाड़ी में बैठकर उनके घर पहुंचे जहां तुरंत डाॅक्टरों ने उनका चैकअप किया। इस दौरान नीरज को हाई टेम्परेचर का बुखार मापा गया। डाॅक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। गोल्ड मेडलिस्ट नीरज के चाचा सुरेंदर चोपड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि नीरज का हल्का सा तापमान बढ़ा हुआ है और उल्टी हो रही है। डाॅक्टर ने नीरज को आराम करने की सलाह दी है। फिलहाल नीरज डीसी के घर पर ही आराम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नीरज ने दोपहर में सिर्फ नींबू पानी पिया और दवाई ली थी।
सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार नीरज गांव में हो रहे उनके स्वागत समारोह से ही वह काफी थके हुए महसूस कर रहे थे उस समय से ही उन्हें हल्का सा बुखार लगने लगा था। वहीं इस खबर को लेकर यह अफवाहें भी खूब उड़ रही हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह कोई गंभीर मामला नहीं है। दरअसल टोक्यो से आने के बाद बिना रूके कई कार्यक्रमों में भाग लेने के कारण वह थके हुए थे। फिलहाल वह अपने घर से दूर एक जगह पर आराम कर रहे हैं।
जानकारी के लिए आपको बतादें कि 23 वर्षीय ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट बन गए, जो निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय बन गए। लेकिन सोमवार को घर लौटने के कुछ दिनों बाद, उन्हें तेज बुखार हुआ ओर डाॅक्टरों की सलाह पर उनका कोरोनावायरस टेस्ट किया गया। हालाकि उनका यह टेस्ट नेगेटिव आया है। लेकिन फिलहाल अब वह आराम कर रहे हैं और सारे कार्यक्रम को रोक दिया गया है।