नई दिल्लीः टाटा संस ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में 0.65 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचने की योजना बनाई है। समझौते के अनुसार, टाटा संस 4,001 रुपए के भाव पर 2.34 करोड़ शेयर बेचेगी। आधार कीमत टीसीएस के पिछले बंद भाव के मुकाबले 3.7 प्रतिशत कम है और इसी के हिसाब से टाटा संस 9,362 करोड़ रुपए जुटाने में सक्षम होगी।
इस महीने घरेलू बाजार में यह दूसरा प्रमुख ब्लॉक डील होगा। 13 मार्च को, ब्रिटिश अमेरिकन टोबैगो (बीएटी) ने 17,485 करोड़ रुपए जुटाने के लिए आईटीसी में 3.5 प्रतिशत हिस्सा बेचा। जेपी मॉर्गन और सिटी नई शेयर बिक्री का प्रबंधन करने वाले दो निवेश बैंक हैं। TCS का शेयर सोमवार को 1.8 प्रतिशत गिरकर 4,144 रुपए पर बंद हुआ और इस हिसाब से सॉफ्टवेयर निर्यात कंपनी का मूल्यांकन 15 लाख करोड़ रुपए रह गया। मौजूदा समय में, टाटा संस की टीसीएस में 72.38 प्रतिशत हिस्सेदारी है जिसका मूल्य 10.9 लाख करोड़ रुपए है।
दिसंबर में, टाटा संस ने अपने 17,000 करोड़ रुपए के पुनर्खरीद कार्यक्रम में टीसीएस के शेयर बेचकर कर करीब 12,300 करोड़ रुपए जुटाए थे। यह पुनर्खरीद 4,150 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से की गई थी। 2017 से अब तक टाटा संस ने पुनर्खरीद प्रक्रिया में शेयर देकर करीब 54,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
टीसीएस का शेयर पिछले एक साल में करीब 33 प्रतिशत चढ़ा है, जो निफ्टी-50 में आई 30 प्रतिशत की तेजी से कुछ अधिक है। हाल में, टाटा संस उन ब्रोकरेज रिपोर्टों के बाद खबरों में रहा है कि होल्डिंग कंपनी को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की शर्तों का अनुपालन करने के लिए सितंबर 2025 तक सूचीबद्ध होना होगा।
एक प्रमुख निवेश कंपनी के तौर पर पंजीकृत टाटा संस को केंद्रीय बैंक द्वारा ‘अपर-लेयर’ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के तौर पर वर्गीकृत किया गया है। स्पार्क पीडब्ल्यूएम (पूर्व में स्पार्क फैमिली ऑफिस ऐंड इन्वेस्टमेंट एडवायजर्स) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि सूचीबद्ध होने पर टाटा संस का बाजार मूल्यांकन 7 लाख करोड़ रुपए से 8 लाख करोड़ रुपए के बीच हो सकता है।