भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी वर्ल्ड कप 2019 के बाद से एक भी मैच नहीं खेले हैं। हालांकि, अब वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के जरिए क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं। माना जा रहा है कि आइपीएल की परफॉर्मेंस के आधार पर उनको टीम में जगह मिल सकती है। धौनी की टीम में तभी चुना जाएगा जब युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत की परफॉर्मेंस आइपीएल में ज्यादा खराब होगी। इस बात को भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री भी कबूल कर चुके हैं, लेकिन इस बीच भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज और क्रिकेट एक्सपर्ट संजय मांजरेकर ने कहा है कि धौनी को अगर 2021 टी20 वर्ल्ड कप में खेलना है तो उनको पंत को लगातार दो आइपीएल टूर्नामेंट में मात देनी होगी।
संजय मांजरेकर ने कहा कि एमएस धौनी और रिषभ पंत भारत में आयोजित होने वाले टी20 विश्व कप 2021 के संस्करण में भारतीय टीम में दावेदारी के लिए लड़ रहे हैं। यहां तक कि पंत अपनी साख को साबित करने में व्यस्त हैं, जबकि धौनी 39 साल के होने के बाद भी हार नहीं स्वीकार कर रहे। हालांकि, मांजरेकर ने कहा है कि एमएस धौनी और रिषभ पंत के करियर में आइपीएल 2020 और 2021 की सीजन अहम रहेगा, क्योंकि इसके बाद अक्टूबर-नवंबर 2021 में भारत में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा। विकेटकीपर के तौर पर केएल राहुल की दावेदारी भी बढ़ती जा रही है।
स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में बात करते हुए संजय मांजरेकर ने कहा है, “पिछली बार जब हमने भारतीय टी20 टीम को देखा तो यह एक निश्चित तरीका था, लेकिन अगले टी20 विश्व कप से पहले मुझे लगता है कि कम से कम 2 आइपीएल होने वाले हैं। इसलिए आपके पास इन प्रदर्शनों में बहुत अधिक बदलाव आएगा और गतिशीलता को थोड़ा बदलना होगा। जो खिलाड़ी भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का महसूस करते हैं, उन सभी को चुनौती दी जाएगी। केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों को देखना अद्भुत होगा, जो इस समय निश्चित रूप से दिखने लायक हैं। रिषभ पंत को एक दावे के लिए 2 आईपीएल मिलेंगे, जबकि धौनी भी दोनों आइपीएल खेलेंगे। ऐसे में यह काफी मजेदार होगा।”
फेमस कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर पंत और संजू सैमसन को एक रहस्य बताते हैं। उनका मानना है कि पंत की तरह ही सैमसन भी भारतीय टीम में आने की कोशिश कर रहे हैं। इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड दौरे पर सैमसन खेले भी थे। मांजरेकर ने कहा है, “रिषभ पंत और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी, मेरे लिए देखने और आकलन करने की कोशिश करने वाले विश्लेषक के रूप में कभी-कभी भविष्यवाणियां सही या गलत होती हैं, ऐले में वे दोनों मेरे लिए थोड़े रहस्यमयी हैं।”