राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने चुनाव आयोग और पुलिस को पत्र लिखकर संगठन का नाम खराब करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। आरएसएस नागपुर महानगर के सचिव ने आयोग को लिखे एक पत्र में कहा है कि स्थानीय निवासी जनार्दन मून ने एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था।
इसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव में संगठन द्वारा कांग्रेस का समर्थन करने का दावा किया था। पत्र में कहा गया है कि मून ने पहले आरएसएस नाम से एक संस्था पंजीकृत कराने की कोशिश की थी, लेकिन सहायक रजिस्ट्रार ने इसे खारिज कर दिया था। इस अस्वीकृति को चुनौती देने वाली उनकी याचिकाएं बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी खारिज कर दी थीं।
दुश्मनी पैदा करने के लिए कार्रवाई की मांग
पत्र में मून के खिलाफ धोखाधड़ी, दुश्मनी पैदा करने के लिए अफवाहें फैलाने और अन्य अपराधों के लिए कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही यूट्यूब को उस प्रेस कान्फ्रेंस के वीडियो को हटाने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
जनार्दन मून के पास आरएसएस जैसी कोई पंजीकृत संस्था नहीं
नागपुर पुलिस को लिखे पत्र में कहा गया है कि जनार्दन मून के पास आरएसएस जैसी कोई पंजीकृत संस्था नहीं है, लेकिन केवल गुमराह करने के लिए वह विभिन्न स्थानों पर प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे हैं।