क्या राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव परिवार व पार्टी में हाशिए पर जा रहे हैं? राजद में तेज प्रताप यादव की सक्रियता पर फिर सवाल खड़े हुए हैं, उनके शनिवार को पटना में पार्टी की कई घंटों चली अहम बैठक से गायब रहने के कारण। बठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति बनाई गई।
तलाक के मुकदमा के बाद अलग-थलग दिख रहे तेज प्रताप
दरअसल, पत्नी ऐश्वर्या राय के खिलाफ तलाक का मुकदमा दायर करने के बाद तेज प्रताप यादव कई अवसरों पर परिवार व पार्टी में अलग पड़ते दिखे हैं। शनिवार को हुई पार्टी की अहम बैठक इसी की ताजा कड़ी रही।
राजद की बैठक में लिए गए कई अहम फैसले
पूर्व मुख्यमंत्री व तेज प्रताप यशदव की मां राबड़ी देवी के आवास पर राजद विधानमंडल दल की बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के हर फैसले के लिए सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अधिकृत किया गया। बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि पार्टी लोकसभा चुनाव के टिकट लालू प्रसाद यादव के हस्ताक्षर से ही जारी करेगी। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों तथा उनकी रणनीति पर भी चर्चा की गई। लेकिन इस अहम बैठक से तेज प्रताप यादव नदारद दिखे।
क्यों नहीं आए तेज प्रताप, किसी ने नहीं दिया जवाब
बैठक के दौरान व बाद में तेज प्रताप की इस गैरमौजूदगी को लेकर पार्टी के कई नेता बातचीत करते रहे, लेकिन तेज प्रताप के नहीं आने को लेकर किसर ने कोई जवाब नहीं दिया।
पार्टी से दिखती दूरी, राजद नेताओं ने भी किया किनारा
इसके पहले भी तेज प्रताप यादव पार्टी के कई कार्यक्रमों में नहीं आए हैं। पार्टी कार्यालय में जनता दरबार तथा मनेर में आयोजित रोड शो को छोड़ दें तो पार्टी से उनकी दूरी लगातार दिखती रही है। तेज प्रताप के कार्यक्रमों में भी राजद के बड़े चेहरे नहीं दिखते रहे हें।
परिवार से अलग दूसरे बंगले में रहते लालू के लाल
पत्नी एश्वर्या से तलाक के मामले में लालू के बड़े लाल तेज प्रताप ने परिवार से भी दूरी बना ली है। घर छोड़ने के बाद वे अपने लिए आवंटित अलग बंगले में रह रहे हैं। इस बीच वे भाई तेजस्वी यादव और मां राबड़ी देवी से कुछ अवसरों पर मिले हैं, लेकिन राजद की बैठकों में नहीं दिखे हैं।