बाबरी विध्वंस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती मंगलवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट के समक्ष पेश होने जा रहे हैं. इस मामले में अदालत आज की सुनवाई में कुल 12 लोगों के खिलाफ आरोप तय करेगा, जिस पर सभी निगाहें लगाए हुए हैं. पेशी के लिए लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती और मुरली मनोहर जोशी लखनऊ पहुंचे चुके हैं. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लालकृष्ण आडवाणी को लेने लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे.
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री वीवीआईपी गेस्ट हाउस में आडवाणी से मुलाकात के लिए पहले से ही मौजूद थे. मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने विनय कटियार, विहिप नेता विष्णु हरि डालमिया और साध्वी ऋतंभरा से भी कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है. बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि बाबरी विध्वंस मामले में अदालत का फैसला उनके पक्ष में आएगा. मामले में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी उम्मीद है कि अदालत की ओर से आडवाणी समेत सभी बीजेपी नेताओं को क्लीन चिट मिल जाएगी.
उन्होंने कहा कि आडवानी और जोशी बेदाग साबित होंगे. इसके अलावा साध्वी ऋतम्भरा ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि कोर्ट जल्द से जल्द इस पर निर्णय देगा. आरोप सीबीआई ने लगाए हैं. कोर्ट में तथ्य उनको पेश करने हैं. कोर्ट अपना काम करेगा. हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है.’
मुलायम सिंह पर चले हत्या का केस
वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं मामले के आरोपी विनय कटियार ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह पर केस चलाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस घटना में 16 लोग मारे गए थे और मुलायम सिंह इस पर अपनी गलती कबूल चुके हैं. लिहाजा उनके खिलाफ हत्या का केस चलना चाहिए. भड़काऊ भाषण देने के आरोप के सवाल पर कटियार ने कहा कि अयोध्या में किसी को भाषण देने का मौका ही नहीं मिला. जो मंच बना था, वह ढांचे से दूर था. ढांचे पर चढ़ गए, हम लोगों को कैसे रोकते. उन्होंने कहा कि आडवाणी ने उमा भारती को कार सेवकों को रोकने के लिए भेजा था.