जनवरी से लगातार बढ़ रही खुदरा महंगाई दर (CPI Inflation) में जुलाई में कमी आई है और यह 3.15 फीसद रही है। जून में खुदरा महंगाई दर 3.18 फीसद थी। सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मध्यावधि की महंगाई दर के लक्ष्य 4 फीसद से लगातार 12 महीने नीचे है।
CPI Inflation जुलाई में अर्थशास्त्रियों के अनुमान से कहीं कम रहा है। 30 अर्थशास्त्रियों ने अपना मत दिया था और उनका अनुमान था कि जुलाई में खुदरा महंगाई दर 3.20 फीसद रहेगी।
एक बार फिर ब्याज दर घटने की जगी उम्मीद
विशेषज्ञों का अनुमान है कि खुदरा महंगाई दर रिजर्व के मध्यावधि के लक्ष्य 4 फीसद से कम है। ऐसे में अक्टूबर में होने वाली द्विमासिक समीक्षा में रेपो रेट में कटौती कर सकता है। फरवरी से अब तक भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में 1.10 फीसद की कटौती कर चुका है। रॉयटर्स के एक पोल के मुताबिक अक्टूबर में RBI रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती कर सकता है।
खास बातें
ग्रामीण महंगाई दर जुलाई में 2.19 फीसद रही जो जून 2019 में 2.21 फीसद थी। इसी तरह, शहरी महंगाई दर भी जून के 4.33 फीसदी के मुकाबले 4.22 फीसद रही। फूड और बेवरेज की महंगाई दर जून में जहां 2.37 फीसद थी वह जुलाई में घटकर 2.33 फीसद पर आ गई। कपड़े और फुटवियर की महंगाई दर भी जुलाई में मामूली रूप से बढ़ी है और यह जून के 1.52 फीसद के मुकाबले जुलाई 2019 में 1.65 रही।