जब से भारतीय रिजर्व बैंक में रेपो रेट बढ़ाया है, तब से कई बैंक रेपो लिंक्ड लोन महंगा कर चुके हैं. अब इस कड़ी में इंडियेन बैंक भी शामिल हो गया है। इंडियेन बैंक ने शनिवार को कहा कि उसने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट को संशोधित किया है। संशोधित रेपो लिंक्ड रेंडिंग रेट 9 मई से लागू होगा। इंडियन बैंक ने यह कदम कई बैंकों द्वारा अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेंट को बढ़ाए जाने के बाद उठाया है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.40 प्रतिशत की वृद्धि की थी।
इंडियन बैंक ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, “बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (ALCO) ने पॉलिसी रेपो दर से जुड़े सभी लोन/एडवाइंस के लिए लेंडिंग रेट की समीक्षा की है। बैंक ने कहा कि रेपो को 4 प्रतिशत से संशोधित कर 4.40 प्रतिशत किए जाने के कारण उसने पॉलिसी रेपो दर से जुड़ी उधार दर को संशोधित किया है। बैंक ने कहा कि उसकी उक्त संशोधित उधार दर 9 मई 2022 से नए ग्राहकों के लिए और 1 जून 2022 से बैंक के सभी मौजूदा ग्राहकों के लिए प्रभावी होगी।
गौरतलब है कि आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और मार्गेज लेंडर एचडीएफसी लिमिटेड सहित कई बैंकों ने रेपो से जुड़ी उधार दर बढ़ाने की घोषणा की है।
इस सप्ताह की शुरुआत में आरबीआई द्वारा घोषित नई रेपो दर और नकद आरक्षित अनुपात (RBI के पास रखे गए बैंकों की कुल जमा का प्रतिशत) में क्रमशः 40 आधार अंकों और 50 आधार अंकों की वृद्धि के बाद बैंक तथा वित्तीय संस्थान ब्याज दर में वृद्धि कर रहे हैं।
बिना किसी तय कार्यक्रम के मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद रिजर्व बैंक ने बुधवार को बेंचमार्क रेपो दर (बैंकों से ली जाने वाली अल्पकालिक उधार दर) 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दी थी, इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया। यह कदम बढ़ती मुद्रास्फीति पर काबू पाने के उद्देश्य से उठाया गया।