नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश में भी महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है। लखनऊ के घंटाघर के साथ ही अलीगढ़ के जमालपुर व लाल डिग्गी क्षेत्र में बड़ी संख्या में महिलाएं प्रदर्शन कर रही है।
उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी तक धारा 144 लागू होने के बाद भी प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई भी हो रही है। अलीगढ़ में शनिवार को 70 महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लखनऊ के घंटाघर में आज भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। घंटा घर पर चल रहे प्रदर्शन में पुलिसिया कार्रवाई के बाद अफरा तफरी का माहौल मच गया है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ के साथ ही अलीगढ़ में भी महिलाएं सड़कों पर हैं। अलीगढ़ में 60-70 शनिवार को इस मामले में अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी ने धारा 144 लगे होने के बाद भी प्रदर्शन करने का प्रयास किया।
अलीगढ़ सिविल लाइंस के सर्कल अधिकारी (सीओ) अनिल सामनिया ने एफआईआर के बारे में बताया कि यहां कुछ महिलाएं, धारा 144 लगे होने के बावजूद प्रदर्शन करने की कोशिश कर रही थीं। इन सभी महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि महिलाओं का यहां विरोध प्रदर्शन धारा 144 का उल्लंघन है। सर्किल ऑफिसर अनिल सामनिया ने कहा कि यहां कुछ महिलाओं ने नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की, जो धारा 144 का उल्लंघन है। इसी कारण 60-70 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ कोतवाली सिविल लाइंस में एफआईआर दर्ज की गई है।
सीएए और एनआरसी के विरोध में महिलाओं ने शनिवार सुबह सड़क पर आकर फिर मोर्चाबंदी की कोशिश की। पुलिस ने इन्हें रोक दिया। एहतियातन इलाके में फोर्स बढ़ाया गया। शुक्रवार को महिलाओं की भीड़ ने जमालपुर, फिर लाल डिग्गी में सड़क पर आकर मार्च निकाला था। इन सभी ने सड़क के किनारे राष्ट्रगान भी गाया। इसमें पुलिस ने 60-70 महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे जमालपुर में महिलाओं ने सड़क पर आने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें रोक लिया। गली से बाहर नहीं आने दिया। एहतियातन पीएसी और महिला पुलिस तैनात की गई है। इसके साथ ही एएमयू सर्किल पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
महिलाओं को बरगलाने वाले दो को भेजा गया जेल
जुमे की नमाज के दिन महिलाओं को बरगलाकर सड़क पर लाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को शांतिभंग में जेल भेजा है। दोनों आरोपित अपनी बाइकों से महिलाओं को लाकर इकट्ठा कर रहे थे। सीओ सिविल लाइंस ने बताया कि साजिद निवासी नगला पटवारी और आदिल निवासी मौलाना आजाद नगर को शांतिभंग में जेल भेजा है। साजिद की बाइक (यूपी 81 सीएच 1567) ट्रेस हुई थी, जिससे महिलाओं को लाया गया था।
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लखनऊ में सीएए-एनआरसी को लेकर महिलाओं का प्रदर्शन जारी
सीएए और एनआरसी के खिलाफ लगातार तीसरे दिन महिलाएं एतिहासिक घंटाघर पर डटीं हैं। इन महिलाओं के साथ काफी संख्या में बच्चे भी हैं जो रात भर ओस और पाले में धरने पर बैठे हुए हैं। महिलाओं की मांगे है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी के फैसले को वापस नहीं लिया जाएगा वे वापस नहीं जाएंगी। वहीं पुलिस महिलाओं को वहां से हटाने का हर संभव प्रयास कर रही है, आरोप है कि महिलाएं सर्दी से बचने के लिए जो कंबल और सामान लाई हैं वो देर रात छीना गया है। वहींं कंबल छीने जाने के आरोप का पुलिस ने पूरी तरह खंडन किया है।
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