भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह रवि शास्त्री को मुख्य कोच के तौर पर बनाए रखने के पक्ष में हैं। हाल ही में खत्म हुए क्रिकेट विश्व कप में भारत सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था।
मौजूदा सपोर्ट स्टाफ में रवि शास्त्री मुख्य कोच हैं, जबकि भरत अरुण गेंदबाजी कोच, संजय बांगर बल्लेबाजी कोच आर श्रीधर क्षेत्ररक्षण कोच हैं। इन सभी के कार्यकाल में विश्व कप के बाद आगामी वेस्टइंडीज दौरे को ध्यान में रखते हुए 45 दिनों की विस्तार किया गया है।
वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से तीन सितंबर तक चलेगा। यहां टीम तीन वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज के अलावा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंतर्गत दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। वेस्टइंडीज दौरे से पहले आयोजित प्रेस वार्ता में कोहली ने शास्त्री को फिर से कोच बनाए जाने के सवाल पर कहा कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने इस मसले पर मुझसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन हम सभी के रवि भाई के साथ अच्छे संबंध रहे हैं और उन्हें फिर से कोच के तौर पर पाकर मुझे खुशी होगी। जैसा कि मैंने पहले कहा कि यह सीएसी के फैसले पर निर्भर करेगा।
बहरहाल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भी चाहती है कि रवि शास्त्री टीम के कोच बने रहे। बोर्ड के अधिकारियों का मानना है कि यह महत्वपूर्ण है कि शास्त्री मुख्य कोच के पद पर बने रहे, इससे विराट कोहली को कप्तान के रूप में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
भारतीय टीम के मुख्य कोच के लिए 13 और 14 अगस्त को आवेदकों के साक्षात्कार लिए जा सकते हैं। इसके लिए आवेदन की अंतिम तारीख 30 जुलाई है। भारतीय टीम के कोच के लिए रवि शास्त्री सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी आवेदन किया है। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम के कोचिंग स्टाफ को चुनने के लिए नई क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का गठन किया है, जिसमें पूर्व कप्तान कपिल देव, पूर्व खिलाड़ी अंशुमन गायकवाड़ और शांथा रंगास्वामी हैं।