भाजपा अमृतसर लोकसभा सीट दो बार से हार रही है। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और हरदीप पुरी यहां भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर हार का मुंह देख चुके हैं। इस बार फिर बाहरी उम्मीदवार के नाम से स्थानीय नेताओं में रोष भी है।
भाजपा की तरफ से अमृतसर लोकसभा सीट पर अमेरिका में भारतीय राजदूत रहे तरनजीत सिंह संधू की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो संधू लगातार तीसरे ऐसे उम्मीदवार होंगे जो बाहरी हैं। हालांकि, उनके पूर्वज अमृतसर से ही हैं, लेकिन वह खुद यहां नहीं रहते।
भाजपा ने अभी तक संधू के नाम का एलान नहीं किया है, लेकिन अमृतसर में एक माह से पूरी सरगर्मी से राजनीतिक गतिविधियां चला रहे तरनजीत सिंह संधू का कहना है कि वह लोकसभा चुनाव अवश्य लड़ेंगे और अमृतसर व पंजाब के विकास को आगे ले जाने में अपना योगदान देंगे। उन्होंने मंगलवार को ही भाजपा की सदस्यता हासिल की थी।
संधू ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काम किया है खासतौर से संयुक्त राज्य अमेरिका और श्रीलंका के संबंधों को लेकर काफी काम किया। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी चाहेगी तो मैं चुनाव भी लड़ूंगा। दो बार बाहरी पर दांव खेल चुकी भाजपा फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। पार्टी हाईकमान ने गहन चिंतन के बाद संधू के नाम को लगभग फाइनल कर लिया है।
पार्टी के अंदर विरोध के स्वर
टिकट के दावेदार स्थानीय भाजपा नेताओं को तरनजीत सिंह संधू का अमृतसर आना पच नहीं रहा। ये नेता दबे स्वर में संधू का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हर बार बाहरी प्रत्याशी को अमृतसर से उतारकर पार्टी हार का मुंह देख रही है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली भी अमृतसर से चुनाव लड़ कर हार का मुंह देख चुके हैं।
टिकट के दावेदार एक वरिष्ठ नेता ने तो यहां तक कहा कि पूरी जिंदगी अफसरी करने के बाद पैराशूट के माध्यम ये अमृतसर लैंड करने वाले नेता अब सांसद बनने का सपना देख रहे हैं। हरदीप सिंह पुरी व अरुण जेटली की हार से यदि पार्टी सीख नहीं लेती, तो अमृतसर संसदीय सीट इस बार भी हाथ से खिसकने की संभावना है। अमृतसर के भाजपा नेताओं में टिकट को लेकर अंतर्कलह झलक रही है।
प्रधानमंत्री की विकास की नीति को अमृतसर तक पहुंचाना है: संधू
तरनजीत सिंह संधू द्वारा भाजपा में शामिल होने व सदस्यता लेने के बाद कहा कि आज देश में विकास की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान विकास पर ही केंद्रित है। यह विकास अमृतसर तक भी पहुंचना चाहिए। पार्टी अध्यक्ष, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने ने मुझे देश के सेवा के नए रास्ते पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया है।आज की विदेश नीति विकास के साथ बहुत निकटता से जुड़ी हुई है और मैं भाजपा में शामिल होकर अपने गृह शहर अमृतसर की मदद करने पर केंद्रित हूं। अगर पार्टी को लगता है कि मेरे चुनाव लड़ने से अमृतसर के विकास में मदद मैं कर सकता हूं, मैं निश्चित रूप से चुनाव लड़ूंगा।
संधू ने बढ़ाईं गतिविधियां
- केंद्रीय मंत्रियों व अधिकारियों से भेंट का क्रम शुरू किया। संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन से मुलाकात की थी।
- शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह से संबंधित स्मारकों, विशेष रूप से अमृतसर और बटाला में उनकी खराब स्थिति का मुद्दा उठाया। मंत्रालय ने दो करोड़ 76 लाख की कुल लागत से इन ऐतिहासिक विरासत स्मारकों के संरक्षण के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की घोषणा की थी।
- शिक्षा एवं कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भेंटवार्ता की और युवाओं के रोजगार का मुद्दा उठाया।
- नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया से भी भेंट की और श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अमृतसर से एयर कार्गो सेवाएं व तख्त श्री हुजूर साहिब के लिए हवाई सेवाएं पुन: शुरू करने पर चर्चा की।