फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) की रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन साल में दूध, दूध से बने उत्पाद व अन्य खाद्य उत्पादों के 18 प्रतिशत सैंपल फेल पाए गए हैं।
पंजाब में दूध व उससे बने उत्पाद आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं, क्योंकि इनमें बड़े स्तर पर मिलावट हो रही है।
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) की रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन साल में दूध, दूध से बने उत्पाद व अन्य खाद्य उत्पादों के 18 प्रतिशत सैंपल फेल पाए गए हैं। पिछले तीन साल में कुल 20988 सैंपल लिए गए थे, जिसमें से 3712 पास नहीं हो सके।
इसी तरह अगर वर्ष 2023-24 के रिकॉर्ड की बात की जाए, तो इसी वर्ष 6041 सैंपल लिए गए, जिसमें से 929 यानी 15 प्रतिशत से ऊपर सैंपल फेल मिले हैं। अगर वर्ष 2022-23 की बात की जाए, तो उस वर्ष सबसे अधिक 8179 सैंपल लिए गए थे, जिसमें से 1724 सैंपल फेल पाए गए थे। वर्ष 2021-22 में 6768 सैंपल प्राप्त किए गए थे और उस वर्ष इनमें से 1059 सैंपल फेल हुए थे।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल की तरफ से राज्यसभा में इस संबंध में जानकारी दी गई है। इस दौरान कई मामलों में सिविल यानी जुर्माना व आपराधिक कार्रवाई भी की गई है। अकेले पंजाब में ही वर्ष 2023-24 में 76 आपराधिक मामले, वर्ष 2022-23 में 65 और वर्ष 2021-22 में 63 आपराधिक मामले दर्ज करवाए गए। साथ ही कई मामलों में जुर्माना भी लगाया गया।