शहर के विभिन्न इलाकों से मिल रहे डेंगू के लारवा की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू के छिटपुट मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। इसके अलावा एक बड़ी संख्या में वायरल के मरीज सामने आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। सिविल सर्जन डा. जसबीर सिंह औलख ने बताया कि विभाग द्वारा लोगों को डेंगू से बचाव के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है।
जिले में हर शुक्रवार, डेंगू पर वार अभियान के तहत डेंगू विरोधी गतिविधियां लगातार की जा रही हैं। डॉ. जसबीर सिंह औलख ने बताया कि जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के खिलाफ काम कर रही 295 टीमों द्वारा 19348 घरों और 21 सरकारी संस्थानों में मच्छरों के लारवा के लिए 36243 कंटेनरों की जांच की गई। इनमें से 58 कंटेनरों में डेंगू के मच्छर का लारवा पाया गया, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया।
डेंगू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए टीमें सरकारी, अर्धसरकारी, गैर सरकारी संगठनों, विभिन्न संस्थानों, घरों, दुकानों, ग्रामीण इलाकों में झुग्गी-झोपड़ियों आदि तक पहुंच रही हैं। सिविल सर्जन डी.आर. जसबीर सिंह औलख ने कहा कि लोगों को चाहिए कि वह भी हर शुक्रवार को डेंगू पर वार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए नियमों का पालन करना चाहिए जिसके तहत प्रत्येक शुक्रवार को कूलर, गमले, रैफ्रिजरेटर ट्रे आदि स्थानों को साफ कर सुखाना चाहिए और अपने घरों के आसपास बारिश का पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए।
सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच निःशुल्क
सरकार द्वारा डेंगू की जांच एवं इलाज पूर्णतया निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है और जरूरत पड़ने पर इसका अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. शीतल नारंग की देखरेख में एंटी-लारवा टीमों ने लुधियाना शहर के विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों का दौरा किया और मौके पर ही लुधियाना शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर जाकर मच्छरों के प्रजनन की जांच की।