नई दिल्ली। आधार कार्ड प्रोजेक्ट के तहत देश के सभी नागरिकों को यूनीक नंबर मुहैया करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने मार्च 2017 की समय सीमा तय कर दी है। इस तारीख तक सभी देशवासियों की पहचान सरकार सुनिश्िचत कर लेना चाहती है।
UIDAI के तहत मुहैया होगा आधार कार्ड
यानी मार्च 2017 तक देश के हर नागरिक के पास अपना यूनिक नंबर होगा। आधार पंजीकरण को 100 करोड़ तक के ऐतिहासिक आंकड़े पर पहुंचाने के बाद यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) को यह समय सीमा दी गई है।
वर्ष 2012 में माना जा रहा था कि UIDAI और रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (RGI) सभी के लिए आधार प्रोजेक्ट को तेजी से कर सकेंगे। मगर, चार वर्षों के बाद अब महज 25 करोड़ लोग ही आधार कार्ड पाने से बचे हैं।
केंद्र सरकार ने अब UIDAI को सामानों की डिलीवरी करने में बदल दिया है। पिछले महीने UIDAI से कहा गया था कि वह 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इंटर करे, जहां वर्ष 2012 से अब तक RGI ने पंजीकरण किए हैं।
इससे पहले पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वर्ष 2014 में RGI से UIDAI में ट्रांसफर किया था। साल 2012 में 17 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इसकी परिधि में थे।
इनमें से RGI के पास अब दो राज्य असम और मेघालय बचे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मार्च 2017 की समय सीमा तय की है, जब सभी 128 करोड़ भारतीयों के आधार कार्ड बन जाएं।